धर्मक्षेत्र
अमरनाथ यात्रा आज से शुरू, बालटाल से गुफा मंदिर की ओर रवाना हुआ पहला जत्था
अमरनाथ यात्रा आज से शुरू, बालटाल से गुफा मंदिर की ओर रवाना हुआ पहला जत्था
सीएन, जम्मू/बालटाल। वार्षिक अमरनाथ यात्रा शनिवार को आधार शिविर से दक्षिण कश्मीर हिमालय स्थित गुफा मंदिर के लिए शुरू हो गई है. तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना हो गया है. गांदरबल के उपायुक्त श्यामबीर ने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बालटाल आधार शिविर से हरी झंडी दिखाकर 62 दिवसीय तीर्थयात्रा की शुरुआत की. दर्शन करने जा रहे सभी श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ख्याल रखा जा रहा है. मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में स्थित बालटाल, वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए दोहरे मार्गों में से एक है. दूसरा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम मार्ग है. तीर्थयात्री आधार शिविर से लगभग 13,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा करेंगे. वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. उपायुक्त श्यामबीर ने कहा कि आधार शिविर में लगभग 6,000 यात्री पहुंचे. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं कामना करता हूं कि यात्रा सुचारू रूप से चले. मैं यात्रियों से अनुरोध करता हूं कि वे अपने रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (आरएफआईडी) टैग साथ रखें.’ श्यामबीर ने यह भी कहा कि स्वयंसेवकों और पर्वतीय बचाव दल को यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर यात्री उनकी मदद ले सकते हैं. अधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों के समर्थन के बिना यात्रा संभव नहीं होगी. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को जम्मू आधार शिविर से 3,488 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के लिए अब तक तीन लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अपना पंजीकरण कराया है. उन्होंने बताया कि यात्रा के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. बालटाल और पहलगाम मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अधिकारियों ने कहा कि नई सुरक्षा चौकियां स्थापित की गई हैं. तीर्थयात्रा का समापन 31 अगस्त को होगा. केंद्र ने अमरनाथ यात्रा के लिए बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ के 40000 अतरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है. एक अनुमान के तहत जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक पहलगाम और बालटाल दोनों रास्तों पर स्थानीय सुरक्षाकर्मियों के अलावा 60 हज़ार और सुरक्षाबल तैनात रहेंगे जिन्हें सिर्फ यात्रा के लिए लगाया गया है. मौसम को देखते सुरक्षाबलों और प्रशसन ने भी यात्रा के दौरान किसी आपातकाल सिथिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है. डिसास्टर मैनेजमेंट, एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ की दर्जनों टीमोंके को यात्रा के दोनों रास्तों पर तैनात किया गया है.
जीपीएस से निगरानी
यात्रा को सुरक्षित और सरल करने के लिए नवीनतम तकनीकों और उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है. टेक्नॉलजी बहुत अहम रोल निभा रही है. इसलिए टेक्नोलॉजी को भी अपग्रेड किया है, जिसमें रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफ़िकेशन गाड़ियों के ऊपर लगी है. जितने भी यात्री आएंगे उनकी टैगिंग होगी. जिससे यात्रियों की पोज़िशन पता रहेगी, साथ ही सीसीटीवी कैमरा का इस्तमाल किया जा रहा हैं. यह आईपी बेस्ड कैमरा हैं जिसे लाइव फीड ली जा सकेगी. भोले की गुफा के पारंपरिक रास्ते पर लगे बेस कैम्प नुनवन बेस कैंप में यात्रियों की रहने और खाने पीने की पूरी विवस्था कि गई हैं बेस कैंप से गुफा तक क़रीब 100 लंगर लगाये गये हैं. दुकानें और टेंट लगाए है. स्वास्थ्य चिकित्सा टीम अलर्ट है. डॉक्टरों की तैनाती है. इसी तरह से एटीएम और बस सर्विस हर तरह की सुविधा रखी गई है.
बेस कैंप में प्रथम पूजा और आरती
यात्रा की सुरक्षा और सुखमय यात्रा के लिए बेस कैंप में प्रथम पूजा और आरती की गई. इस वर्ष पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी, माता पार्वती और पुत्र गणेश पूरे अकार में प्रकट हुए हैं. जिससे उम्मीद है कि काफी दिनों तक श्रद्धालुओं को पवित्र शिवलिंग के दर्शन होंगे. अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आदेश मुताबिक हर दिन 15000 यात्रियों को दोनों रास्तों से प्रति दिन गुफा तक जाने की अनुमति होगी, वो भी केवल रेजिस्टरड यात्रियों को. पैदल यात्रा के इलावा हैलीकॉप्टर सर्विस की भी सुविधा दोनों मार्गों से उपलब्ध है. तीन महीने पहले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की गई थी और अबतक आंकड़ों के मुताबिक करीब 3 लाख 40 हजार भक्तों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. शनिवार को बालटाल रूट से जाने वाले भक्तों को पहले ही दिन बाबा के दरबार में दर्शन का सौभाग्य मिलेगा, जबकि पहलगाम रूट से कुछ दिन बाद भक्तजन दरबार में पहुंचेंगे. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि श्री अमरनाथ जी की यात्रा सनतान संस्कृति की अटूट परंपरा व मान्यताओं का प्रतीक है. आज से इस पवित्र यात्रा का शुभारंभ हो रहा है. प्रशासन ने बाबा बर्फानी के दर्शन करने जा रहे सभी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव व्यवस्थाएं की हैं. आपकी सुखद यात्रा हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को उनके यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी.
