धर्मक्षेत्र
कार्तिक पूर्णिमा : स्नान-दान करने और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान, करें यह उपाय
कार्तिक पूर्णिमा : स्नान-दान करने और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान, करें यह उपाय
सीएन, हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा इस साल 15 नवंबर दिन शुक्रवार को पड़ रही है। इस दिन स्नान.दान करने के अलावा मां लक्ष्मी की पूजा करने की भी प्रथा है। इसके साथ ही, इस दिन कुछ उपाय करना भी लाभकारी माना जाता है। पूर्णिमा वैसे तो हर महीने में आती है लेकिन कार्तिक मास में आने वाली पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस साल यह त्योहार 15 नवंबर दिन शुक्रवार को पड़ रही है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान करने और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। पूर्णिमा तिथि, धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है। इस शुभ मौके पर कुछ उपायों को करने से घर में धन-संपत्ति की भी भरपूर आपूर्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन किए गए उपाय से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर कृपा.दृष्टि बरसाती हैं। साथ ही, उन्हें मनचाहा वरदान देती हैं। पूर्णिमा तिथि, चंद्रदेव की पूजा के लिए सबसे उत्तम मानी गई है। ऐसे में आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य दे सकते हैं। इससे मां लक्ष्मी तो प्रसन्न होंगी ही। साथ में आपके जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत हो सकती है। इसके बाद से आर्थिक स्थिति में भी पहले से सुधार नजर आ सकता है। कार्तिक पूर्णिमा पर धन की देवी मां लक्ष्मी पर पीली कौड़ियां अर्पित करना फलदाई माना जाता है। इसके अगले दिन इन कौड़ियों को तिजोरी में रख देने से तिजोरी कभी खाली नहीं होती है। ऐसे में, आप कार्तिक पूर्णिमा पर इस उपाय से मां लक्ष्मी की कृपा पा सकते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी या गंगा में स्नान करने के बाद दीपदान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक को कर्ज से छुटकारा मिलता है और इससे मां लक्ष्मी सहित भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा के इस खास दिन पर मां लक्ष्मी पीपल के वृक्ष पर प्रसन्न मुद्रा में वास करती हैं। ऐसे में सुबह उठ कर इस दिन स्नान आदि करने के बाद पीपल के पेड़ पर दूध में शक्कर मिलाकर चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस उपाय से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उन्हें विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।