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आज 23 फरवरी से शुरू होगी माघ पूर्णिमा: हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार
आज 23 फरवरी से शुरू होगी माघ पूर्णिमा: हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहारश
सीएन, हरिद्वार। माघ माह में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। माघ पूर्णिमा हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। माघ पूर्णिमा को माघ मास का अंतिम दिन माना जाता है। इसे माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान, दान और जप करने का विशेष फलदायी माना जाता है। माघ माह में चलने वाला यह स्नान पौष मास की पूर्णिमा से आरंभ होकर माघ पूर्णिमा पर खत्म होता है। माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान और व्रत रखने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि माघ स्नान करने वालों को श्रीकृष्ण की कृपा बरसती है। सुख सौभाग्य, धन-संतान के साथ ही व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। माघ पूर्णिमा को कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि माघी पूर्णिमा, फाल्गुन पूर्णिमा जैसे नाम से भी जानते हैं। यह त्योहार देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को समर्पित है। माघ पूर्णिमा को लोग गंगा स्नान, दान और पूजा करते हैं। माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान और व्रत रखने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति होती है। पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना आरोग्य प्रदान करता है।
माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
माघ पूर्णिमा शुरू-23 फरवरी 2024 को दोपहर 3 बजकर 36 मिनट से।
माघ पूर्णिमा समाप्त-24 फरवरी को शाम 6 बजकर 3 मिनट पर।
उदया तिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा-24 फरवरी 2024 को मनाई जाएगी।
सुबह 5 बजकर 11 बजकर से सुबह 6 बजकर 02 मिनट तक है।
पूर्णिमा पर चंद्रमा को अर्घ्य देने का विधान है और 24 फरवरी को चंद्रोदय से पहले ही पूर्णिमा तिथि खत्म हो रही है। ऐसे में 23 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा मान्य होगी, इस दिन चंद्रोदय शाम 06.12 मिनट पर होगा। साल 2024 में माघ पूर्णिमा के दिन प्रयागराज में माघ मेले में पांचवा पवित्र स्नान किया जाएगा। इस दिन श्रीहरि विष्णु जल में वास करते हैं। माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने वालों को आरोग्य और कई यज्ञ करने के समान पुण्य मिलता है।