धर्मक्षेत्र
आज 20 जून को है शोभन योग में करे पूजा-पाठ : पंचांगानुसार शोभन को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ
आज 20 जून को है शोभन योग में करे पूजा-पाठ : पंचांगानुसार शोभन को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ
सीएन हरिद्वार। आज 20 जून 2025 को आषाढ़ माह का नौवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह कृष्ण पक्ष तिथि नवमी है। आज शुक्रवार का दिन है। सूर्य मिथुन राशि में रहेंगे। वहीं चंद्रमा मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्रवार का दिन यूं तो मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। लेकिन 20 जून का शुक्रवार एक चमत्कारी संयोग लेकर आ रहा है। दरअसल इस दिन 27 योगों में से एक शोभन योग बन रहा है। 20 जून को शोभन योग सुबह 02.46 बजे से लेकर रात 23.47 तक रहेगा। यानी कल का पूरा दिन शुभ काम के लिए अच्छा रहेगा। शोभन को सजीला और रमणीय योग माना जाता है। 20 जून शुक्रवार को राहुकाल 10.38 अपराह्न से 12.23 अपराह्न तक रहेगा। जबकि रेवती नक्षत्र का योग है। सूर्योदय 5.24 बजे प्रातः और सूर्यास्त 19.22 सायं बजे होगा। जैसे कि नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह शोभा देने वाला योग है। दृक पंचांग अनुसार शोभन को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। शुभ कार्य करने और यात्रा पर निकलते वक्त यह योग उत्तम माना गया है। इस योग में निकलने से यात्रा मंगलमय और सुखद रहती है। मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती। जिस कामना से यात्रा की जाती है, वह भी पूरी होती है। बता दें कि 20 जून को शोभन योग सुबह 02.46 बजे से लेकर रात 23.47 तक जारी रहेगा। शास्त्रों के मुताबिक इस योग में जन्मे जातक में कामुकता होती है और वो तीक्ष्ण बुद्धि का होता है। व्यक्ति धार्मिक स्वभाव का होता है और यह पेशेवर कार्यों के लिए भी उत्तम योग माना जाता है। इस योग में जन्मे जातक में बौद्धिकता का विकास होता है, वो गुणवान और मीठा बोलने वाला होता है। देखने में आकर्षक तो होता ही है साथ ही उसके विचार भी प्रगतिशील होते हैं। कुंडली में यदि शुक्र ग्रह बृहस्पति या बुध के साथ केंद्र या कोण में हो और शुक्र उच्च का या स्वगृही हो तो शोभन योग बनता है। शोभन योग में जातक तीक्ष्ण मेधा शक्ति वाला होता है। यदि यह योग नौवें धर्म भाव में बनता है तो जातक अत्यंत प्रगतिशील और धार्मिक होता है। शुभ मुहूर्त या योग पर चर्चा मुहूर्त मार्तण्ड, मुहूर्त गणपति, धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु आदि शास्त्रों में की गई है। हिन्दू पंचांग में मुख्य 5 बातों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। ये 5 हैं. पहला तिथि, दूसरा वार, तीसरा नक्षत्र, चौथा योग और पांचवां करण। कुल 27 योगों में से शोभन 5वें स्थान पर आता है। आज शुभ कार्यों की शुरुआत करे। नया व्यापार, संपत्ति खरीदना, विवाह, गृह प्रवेश, और अन्य शुभ कार्यों के लिए यह योग आदर्श है। धार्मिक कार्य करें, पूजा.पाठ, ध्यान और दान-पुण्य जैसे कार्य करने से इस योग में विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस योग के दौरान नए स्वास्थ्य, सुंदरता, या आत्म.सुधार से संबंधित कार्य शुरू करना लाभकारी होता है।
