धर्मक्षेत्र
आज 4 जून को विजयादशमी होगी शुरू : इस तिथि को किए गए कार्य विशेष रूप से होते हैं सफल
आज 4 जून को विजयादशमी होगी शुरू : इस तिथि को किए गए कार्य विशेष रूप से होते हैं सफल
सीएन, हरिद्वार। दशमी तिथि हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है। यह हर मास के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की दसवीं तिथि को आती है और इसे शुभ एवं मंगलकारी माना जाता है। दशमी तिथि पर कई पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं जिनमें से सबसे प्रमुख हैं विजयादशमी और गंगा दशहरा। दशमी तिथि को धर्म, अध्यात्म और विजय का प्रतीक माना जाता है। इस तिथि पर किए गए कार्य विशेष रूप से सफल होते हैं और इसका प्रभाव जीवन में सकारात्मकता लाता है।विजयादशमी यानी दशहरे के दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश दिया था। इसी तरह, गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी का धरती पर अवतरण हुआ था, जिससे यह तिथि और भी पवित्र मानी जाती है। दशमी प्रारंभ 04 जून 2025 रात्रि 11.54 बजे होगा। दशमी समाप्त 06 जून 2025 प्रातः 02.16 बजे होगी।
पौराणिक कथा
विजयादशमी से जुड़ी कथा के अनुसार, त्रेतायुग में भगवान राम ने 9 दिनों तक देवी दुर्गा की आराधना की और दसवें दिन रावण पर विजय प्राप्त की। इस दिन को असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। गंगा दशहरा की कथा के अनुसार, भागीरथ के कठोर तप से प्रसन्न होकर माँ गंगा ने पृथ्वी पर अवतरण किया और अपने पवित्र जल से समस्त पापों का नाश किया। इस दिन भगवान राम, माँ दुर्गा और माँ गंगा की विशेष पूज-.अर्चना की जाती है।विजयादशमी पर शस्त्र पूजन का विशेष महत्व है। इसे शक्ति और वीरता का प्रतीक माना जाता है। गंगा दशहरा पर गंगा स्नान और दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। विजयदशमी के अवसर पर रामलीला का मंचन और रावण दहन का आयोजन किया जाता है। दशमी तिथि का संदेश
दशमी तिथि हमें यह सिखाती है कि सत्य और धर्म की राह पर चलकर किसी भी संकट या कठिनाई पर विजय पाई जा सकती है। यह तिथि व्यक्ति के जीवन में शक्ति, शांति और सफलता का संचार करती है। इस पावन दिन पर हम अपने भीतर की बुराइयों का त्याग करें और सच्चाई, धर्म और परोपकार के मार्ग पर चलने का संकल्प लें। दशमी तिथि पर हर कार्य में विजय प्राप्त हो। हिंदू कैलेंडर के अनुसार दसवां दिन को दशमी कहा जाता है। दशमी शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आती है। दशमी, महीने में दो बार आती है। हिंदू धर्म में दशमी का अपना विशेष महत्व है। दशमी तिथि में पड़ने वाला प्रसिद्ध त्यौहार विजयदशमी और गंगा दशहरा हैं। दशमी के दिन यमराज की पूजा की जाती है। यमराज की पूजा करने से मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती हैं।
