धर्मक्षेत्र
आज शरद पूर्णिमा के दिन जरूरतमंदों को करें दान, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
आज शरद पूर्णिमा के दिन जरूरतमंदों को करें दान, हमेशा भरी रहेगी तिजोरी
सीएन, हरिद्वार। लोग मन की शांति, मनोकामना पूर्ति, पुण्य की प्राप्ति, ग्रह.दोषों के प्रभाव से मुक्ति और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दान करते हैं। शरद पूर्णिमा के दिन कुछ उपाय और दान करने से प्रत्येक साधक को अपार धन की प्राप्ति हो सकती है। पूर्णिमा का दिन अत्यंत श्रेष्ठ माना जाता है। यह हर महीने में एक बार मनाई जाती। आश्विन माह की पूर्णिमा को बेहद फलदायी माना गया है। यह दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव को समर्पित है। इस दिन पूजा.पाठ और दान अवश्य करना चाहिए। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल आश्विन मास की पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024 को मनाई जाएगी। शरद पूर्णिमा के दिन इन उपायों को करने से आप धन की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते हैं और साल भर धन की कमी नहीं रहेगी। भगवान को फलों का भोग लगाया जाता है क्योंकि फल देवी-देवताओं को प्रिय होते हैं। फल का दान करने से सभी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन किसी गरीब को फल का दान करना चाहिए। शरद पूर्णिमा के दिन किसी जरूरतमंद को कपड़ों का दान करें, ऐसा करने से पुष्य मिलेगा और मां लक्ष्मी की कृपा से धन मिलेगा। चंदन को हर लिहाज से शुभ माना जाता है। चंदन का दान करने से घर में सुख.शांति बनी रहती है और धन की देवी की कृपा प्राप्त होती है। शरद पूर्णिमा के दिन चंदन का दान करें। दूध शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। दूध का दान करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन लाभ होता है। शरद पूर्णिमा के दिन दूध का दान करें।
सफेद चावल को माता लक्ष्मी को प्रिय माना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन सफेद चावल का दान करने से मां की कृपा से धन की प्राप्ति होती है। गुड़ को समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। गुड़ का दान करने से पितृ दोष दूर होता है और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। गुड़ दान करने से घर में धन.धान्य की वृद्धि होती है। दीप दान करने से ज्ञान का प्रसार होता है और बुद्धि का विकास होता है। ऐसा माना जाता है कि दीप दान करने से व्यक्ति को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है और मनचाहे फलों की भी प्राप्ति होती है। दीपक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। हिन्दू धर्म में दान देना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि दान ही मनुष्य के मोक्ष का मार्ग है। दान करते समय मन में किसी प्रकार का लोभ या द्वेष नहीं होना चाहिए। किसी जरूरतमंद को दान करना चाहिए। जब भी दान करें तो शुद्ध मन से ॐ का जाप करते रहें।