आपदा
जिला अस्पताल नैनीताल में भूकम्प से 03 व्यक्ति घायल एवं 01 व्यक्ति की हालत गंभीर
सीएन, नैनीताल/हल्द्वानी। प्रदेश में राज्य स्तरीय भूकंप आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों को सुदृढ़़, प्रभावी और गुणवत्तापरक बनाने के लिए भुकंप मॉक ड्रिल पूर्वाभ्यास किया गया। *जनपद में पूर्वाहन 9:59 बजे भूकंप आने की सूचना प्राप्त हुई। भूकंप की तीव्रता 6.3 रिएक्टर स्केल थी। जिसका जनपद के बीडी पांडे हॉस्पिटल मल्लिका नैनीताल, बल्यूटिया शॉपिंग काम्पलैक्स नैनीताल रोड हल्द्वानी, सेंचुरी पल्प एवं पेपर मिल लाल कुआं, राजकीय इंटर कॉलेज रामनगर, खैरना बाजार श्री कैंची धाम, नगर पालिका परिषद कार्यालय भवन मल्लिताल, मिनी स्टेडियम हल्द्वानी आदि 07 स्थानों पर प्रभाव पड़ा है। जनपद की समस्त तहसीलों में भूकंप के पूर्वाभ्यास के तहत मॉक ड्रिल कर बचाव एवं राहत कार्यों की स्थिति का आकलन किया गया। जनपद में प्रभावित 07 स्थानों में से बल्यूटिया शॉपिंग काम्पलैक्स नैनीताल रोड हल्द्वानी और सेंचुरी पल्प एवं पेपर मिल लाल कुआं में भूकंप का अधिक प्रभाव पड़ा। नैनीताल नगर में अस्पताल, बाजार, नगर पालिका कार्यालय एवं स्टेडियम में सफलतापूर्वक मॉक ड्रिल की गई। बल्यूटिया शॉपिंग काम्पलैक्स में एक बिल्डिंग की छत क्षतिग्रस्त होकर गिर गई है। भवन से 18 घायलों का रेक्स्यू किया गया। जिनमें 2 गम्भीर घायलों को एबुंलेंस के द्वारा चिकित्सालय में भेजा गया तथा 16 घायलों का प्राथमिक उपचार स्टेजिंग एरिया एमबीबीजी कॉलेज, हल्द्वानी में किया गया। इसके अलावा सेंचुरी पल्प एवं पेपर मिल लाल कुआं में भूकंप के कारण वायलर में दरारे आ गई हैं। वायरल के ज्वलंतशील पदार्थ के रिसाव से 12 लोगों के झुलसने की सूचना प्राप्त हुई, जिनमें से 09 मामूली रूप से घायल हुए, 02 गंभीर रूप से घायल हैं और 01 व्यक्ति की मृत्यु हो गई है। गंभीर रूप से घायलों को हैली के माध्यम से उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। जिलाधिकारी कार्यालय में NIC के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा आपदा प्रबंधन की स्थिति की विस्तृत ब्रीफिंग की गई। बी.डी. पाण्डे जिला अस्पताल नैनीताल में भूकम्प की घटना से 05 व्यक्तियों के घायल होने की सूचना मिली जिनमें 03 व्यक्ति घायल एवं 01 व्यक्ति की हालत गंभीर है। घायलों को प्राथमिक उपचार कर सुशीला तिवारी हास्पिटल रैफर किया गया एवं 02 घायलों का प्राथमिक उपचार स्टेजिंग एरिया में किया गया।मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर, वन, लोनिवि, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, प्रशासन, आईटीबीपी ने प्रतिभाग किया। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि नैनीताल जनपद पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र होने के साथ ही कुमाऊं का द्वार भी है। जिस कारण यहां यातायात की उचित व्यवस्था करने के साथ ही हमें हमेशा तैयार रहना होगा। इसके लिए सभी विभागों के साथ स्थानीय लोगों से भी आपसी समन्वय बनाते हुए कार्य करना होगा। इस दौरान जो समस्याएं सामने आई उनके निवारण का कार्य करना होगा। ऑब्जर्वर द्वारा मॉक ड्रिल के दौरान सामने आयीं समस्याओं की जानकारी मुख्य सचिव के समक्ष रखी गई। इस दौरान विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे।





























































