देहरादून
18 मई को काफल की दावत देकर सांकेतिक रूप से काफल बेचेंगे पूर्व सीएम हरीश
18 मई को काफल की दावत देकर सांकेतिक रूप से काफल बेचेंगे पूर्व सीएम हरीश
सीएन, देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत अपने बचपन की यादों को सहेजकर उनको साझा किया है। इस बार हरीश रावत को गांव के हिसालू फल की याद आई है। साथ ही उन्होंने बचपन की यादों को सोशल मीडिया से लोगों से साझा भी किया है। साथ ही वे पहाड़ी फलों के फायदे के बारे में बताते दिखे। हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा कि मेरे गांव मैं भी हिसालू है! बचपन में हम हिसालू लोटे में भरकर लाते थे और बाद में एक-एक मुट्ठी सब खाते थे। बताते चलें कि हरीश रावत 18 मई को मोहनरी अल्मोड़ा में काफल मेले के लिए लोगों को न्योता दे रहे हैं। हरीश रावत इस दौरान सांकेतिक रूप से काफल फल को बेचते हुए भी दिखाई देंगे। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर बीते दिन लिखा कि 18 मई को मोहनरी में काफल मेले मैं प्रातः 11 बजे से गांव में लोगों को काफल की दावत दूंगा और अपराह्न 3 बजे भतरौजखान जो हमारे गांव का बाजार है, वहां पर सांकेतिक रूप से काफल बेचूंगा। आप सबसे मेरा आग्रह है कि अपने गांव में जाइए नरेंद्र सिंह नेगी का ठंडो-ठंडो पानी पीजिए और काफल का स्वाद लीजिए, पेट की सारी समस्याओं का समाधान निकल आएगा।