नैनीताल
उत्तराखंड : गौजानी गांव में वक्फ जमीन पर शव दफनाने के विवाद पर जांच के आदेश, डीएम ने कमेटी गठित की
उत्तराखंड : गौजानी गांव में वक्फ जमीन पर शव दफनाने के विवाद पर जांच के आदेश, डीएम ने कमेटी गठित की
सीएन, नैनीताल। जिले के रामनगर अंतर्गत गौजानी में हिंदू बस्ती में वक्फ की जमीन बताकर कब्र खोदने के विवाद के बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व पीआर चौहान के नेतृत्व में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और एसडीएम रामनगर मामले की जांच करेंगे। बीती 29 मई रामनगर के गौजानी में शव दफनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। मुस्लिम पक्ष जमीन को वक्फ की बताकर शव दफनाने पर अड़ा था। इसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल की मौजूदगी में दूसरी जगह शव दफनाया गया था। गौजानी निवासियों ने डीएम से भूमि की जांच की मांग की थी। वहीं भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष ने बताया कि गौजानी में गलत ढंग से भूमि कब्जाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे। मालूम हो कि बीते दिनों रामनगर के गौजानी में एक विशेष समुदाय के परिवार द्वारा अपने मृत परिजन को दफनाने की तैयारी की जा रही थी। जैसे ही कब्र के लिए खुदाई शुरू हुई, भाजपा कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। उन्होंने दावा किया कि यह स्थान कब्रिस्तान नहीं है, बल्कि उससे करीब 200 मीटर दूर असल कब्रिस्तान की जमीन है। भाजपा नेताओं ने प्रशासन से इस मुद्दे पर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। दोनों पक्षों के बीच तनातनी के बाद लोगों का गुस्सा पुलिस प्रशासन के अफसरों पर भी निकला। दोनों पक्ष पुलिस प्रशासन पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे थे। इस बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता मदन जोशी अफसरों से भिड़ गए। उनका कहना था कि दबाव के बजाए निष्पक्ष होकर लोगों की परेशानी को समझा जाए। वहीं दूसरे पक्ष से भी अफसरों पर दबाव में काम करने का आरोप लगा। दोनों पक्ष कब्र के लिए खोदे गए गड्ढे के समीप बैठ गए। ऐसे में एक.दूसरे के नजदीक होने पर टकराव की आशंका को लेकर पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही थी। लेकिन पुलिस प्रशासन के अफसर संयम दिखाते हुए दोनों पक्षों के लोगों को समझाते रहे। इस दौरान अफसरों ने कई बार सख्त रुख भी दिखाया।
