पिथौरागढ़
आपदा के अंतर्गत हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों में लायें तेजी : डीएम
सीएन, पिथौरागढ़। जिलाधिकारी रीना जोशी ने आपदा के अंतर्गत आपदा मोचन निधि(एसडीआरएफ), नॉन एसडीआरएफ एवं न्यूनीकरण मदों के तहत जनपद में किए जा रहे पुनर्निर्माण निर्माण/मरम्मत कार्यों की क्षेत्रवार समीक्षा संबंधित कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों साथ कलेक्ट्रेट स्थित वीसी कक्ष में की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, लघु सिंचाई, ब्लॉक, जिला पंचायत, जल संस्थान, पेयजल निगम आदि कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों से पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा के अंतर्गत किए जाने वाले कार्य प्राथमिकता वाले कार्य हैं, लिहाजा आपदा के अंतर्गत किये जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण किया जाय। उन्होंने कार्यदायी.संस्थाओं के अधिकारियों को चालू पुनर्निर्माण कार्यों को आगामी 30 मई तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही निर्देश दिये कि आपदा के अंतर्गत जो पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गये हैं उनका थर्ड पार्टी से निरीक्षण करवाते हुए उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाय। जिलाधिकारी ने आपदा के तहत होने वाले कार्यों में लोगों के घरों में पड़े मलवे को हटाये जाने, नाली मरम्मत जैसे छोटे-छोटे कार्यों को लंबित रखे जाने पर कड़ी नाराजगी प्रकट की तथा घरों में पड़े मलबा हटाने के कार्य को तत्काल ही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार के कार्यों में हीला- हवाली न बरती जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा के अंतर्गत हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों में देरी होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए कार्य तेजी से पूर्ण किए जायें। जिलाधिकारी ने अपर जिला अधिकारी को निर्देश है कि कार्यों की प्रगति के अनुसार केटेगरी निर्धारित करते हुए आपदा के अंतर्गत होने वाले कार्यों की प्रत्येक माह में प्रगति रिपोर्ट संबंधित कार्यदायी संस्थाओं से मांगी जाय ताकि पता चल सके कि कार्य कितना प्रतिशत हुआ है। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को भी उनसे संबंधित क्षेत्रों में आपदा के अंतर्गत हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिये। बैठक में अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चौहान, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर, प्रभारी अधिशासी अभियंता जल संस्थान सुरेश जोशी आदि उपस्थित थे।