जन मुद्दे
कलिकाल में श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करना और कराना फलकारी-लोहनी
भद्रकाली/बागेश्वर। कमस्यार घाटी में स्थित मां भद्रकाली मन्दिर के प्रांगण में आयोजित शतचण्डी महायज व श्रीमद् देवी भागवत कथा की इन दिनों धूम मची हुई है। दूरदराज क्षेत्रों से भक्तजन यहां पहुंचकर कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। यहां आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा में पहुंचे श्रद्धालुओं पर ज्ञान की अमृत वर्षा करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक सतीश लोहनी ने कहा कि इस कलिकाल में श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करना और कराना बहुत फलकारी होता है। उन्होनें देवी की महिमां पर विशेष रुप से प्रकाश डाला तथा कहा इस कथा में 9 देवियों की महत्ता व महिमा की व इनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करने की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने कहा देवी मां से अपने, देश व समाज के कल्याण की कामना करनी चाहिये। उन्होंने आगे कहा कि बड़े पुण्य कर्मों से मानव जीवन प्राप्त होता है अत: इसका अधिक से अधिक सद्पयोग करना चाहिये व पुण्य कार्य करके जीवन को सफल बनाना चाहिये। उन्होनें कहा माता, पिता और संतों की सेवा करने और आशीर्वाद लेने से आयु में वृद्धि होती है और सुख समृद्धि आती है।देवी के पावन चरित्रों से बढ़कर कुछ भी नही है। श्रीमद्देवी भागवत नामक पुराण से बढ़कर कोई पुराण नहीं है। श्रीमद् देवी भागवत कथा पढऩे व सुनने से कोई भी पदार्थ दुर्लभ नहीं रह सकता है। इनकी कृपा से सभी कष्टों का निवारण शीघ्र हो जाता है।
इस अवसर पर मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक योगेश पंत, संरक्षक खड़क सिंह धामी, गिरीश चन्द्र जोशी, मोहन सिंह बिष्ट, अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भण्डारी, सचिव पंकज डसीला, कोषाध्यक्ष सुरेश रावत, उपाध्यक्ष लाल सिंह रावत, महेश सिंह, सह सचिव महेश जोशी, सह कोषाध्यक्ष जगदीश मेहरा, सदस्य हीरा बल्लभ, भुवन बचखेती, प्रकाश जोशी, गोपाल सिंह सहित अनेकों मौजूद रहे।