उत्तरकाशी
उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ मुखवा गंगा मंदिर में आज होगी स्थापित, गंगोत्री के कपाट बंद
उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ मुखवा गंगा मंदिर में आज होगी स्थापित, गंगोत्री के कपाट बंद
सीएन, उत्तरकाशी। समुद्रतल से 3140 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मां गंगा जी के आस्था विश्वास के धाम गंगोत्री के कपाट 26 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर विधिविधान मंत्रोच्चार के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। बुधवार को गंगा जी की उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ गंगोत्री से चलकर मुखवा गंगा मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। बुधवार को गंगा जी की उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ गंगोत्री से चलकर मुखवा गंगा मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। 27 अक्टूबर गुरूवार को मां गंगा जी की भोग मूर्ति मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित की जाएगी। गँगा विचार मंच उत्तराखंड के प्रांत संयोजक लोकेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि गंगोत्री मंदिर में श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए। मां गंगा जी की उत्सव डोली को भारतीय सेना के सेना बैंड तथा स्थानीय ढोल-दमाऊं की अगुआई में हज़ारों संख्या में श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक यात्रा में हिस्सा लिया। आज भैरोंघाटी होते हुए रात्रि विश्राम के लिए मां गंगा जी व चंडी देवी मंदिर पहुंचेगी। जहां सभी पुरोहित आज रात्रि विश्राम करेंगे। जबकि इसके बाद गुरुवार सुबह गंगा जी की उत्सव डोली मुखबा गांव जायेगी। 27 अक्टूबर को मां गंगा जी उत्सव डोली मुखवा गांव के गंगा मंदिर पहुंचेगी। जहां मां गंगा जी की भोग मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। आने वाले शीतकालीन छः महीनो तक यहीं मां गंगा जी के दर्शन होंगे।