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रोज़गार

टेक्सटाइल पार्कों के माध्यम से दिया जायेगा 20 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार

सीएन, नईदिल्ली। दुनिया मंदी से परेशान है। बैंकिंग सेक्टर से लेकर आईटी तक में लोगों की नौकरियां जा रही है। कंपनी के शेयर धड़ाम से नीचे आ रहे हैं। इस हफ्ते जिस तरीके से अमेरिका की बड़ी बैंकिंग सिस्टम को चोट पहुंचा है, उससे पूरा विश्व हिल गया है। मंदी आने से सबसे अधिक चिंता नौकरी जानें और नए मौके नहीं मिलने को लेकर है। ऐसे में भारत सरकार ने 20 लाख नए रोजगार पैदा करने के लिए एक योजना को हरी झंडी दी है। इसके लिए सरकार को करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का मौका मिलेगा। छोटे व्यापारियों को भी इसका फायदा होगा और जो युवा अभी तक नए मौके की तलाश में भटक रहे हैं, उन्हें अपने आप को साबित करने के लिए एक अवसर प्राप्त होगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मित्र योजना के तहत 4,445 करोड़ रुपये की लागत से मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन मेगा पार्कों से 20 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। ये टेक्सटाइल पार्क तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इन मेगा टेक्सटाइल पार्कों के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए करीब 70,000 करोड़ रुपये का घरेलू और विदेशी निवेश होने का अनुमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि सात राज्यों में ‘प्रधानमंत्री मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क’ की स्थापना की जाएगी। कपड़ा निर्माताओं ने कहा कि मेगा पार्क कटाई, बुनाई और प्रोसेसिंग सहित उसे तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले सभी पहलूओं को एक ही जगह कंप्लीट करने में मदद करेगा। इससे कपड़ा ऑर्डर को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 13 राज्यों ने टेक्सटाइल पार्कों के लिए 18 प्रस्ताव भेजे थे। कपड़ा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकारें कम से कम 1,000 एकड़ की सही जमीन प्रदान करेंगी तब यह पार्क लगाया जाएगा, जहां स्थिर बिजली आपूर्ति और पानी की उपलब्धता के साथ-साथ अपशिष्ट जल निपटान प्रणाली के प्रावधान की सुविधा भी उपलब्ध हो।

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