स्वास्थ्य
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : योग ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांधा: पीएम मोदी
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : योग ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांधा: पीएम मोदी
सीएन, विशाखापट्टनम। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 को आज विश्व भर में 11 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में करीब 5 लाख लोगों के साथ योग किया। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में शनिवार को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक भव्य राष्ट्रीय समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह का नेतृत्व किया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी ने योग दिवस समारोह को संबोधित करते हुए देश और दुनिया के लोगों को शुभकामनाएं दीं। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में तनाव और अशांति बढ़ रही है। ऐसे में योग से हमें शांति मिलती है। इस वर्ष योग का थीम योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ, रहा, जो व्यक्तिगत और वैश्विक कल्याण के बीच सामंजस्य को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि आज 11वीं बार पूरा विश्व एक साथ 21 जून को योग कर रहा है। योग का सीधा-सादा अर्थ होता है-जुड़ना और यह देखकर सुखद अनुभव होता है कि योग ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांध दिया है। प्रधानमंत्री ने योग के बढ़ते वैश्विक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं, दिव्यांगजन योग शास्त्र पढ़ रहे हैं और गांव-गांव में युवा साथी योग ओलंपियाड में भाग ले रहे हैं। यह योग की व्यापक स्वीकार्यता का प्रमाण है। पीएम मोदी ने याद किया कि कैसे भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी थी। उन्होंने बताया कि महज कुछ ही महीनों में 175 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक प्रस्ताव का समर्थन नहीं था, यह मानवता के भले के लिए एक वैश्विक प्रयास था। उन्होंने कहा कि योग आज जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है और यह शांति स्वास्थ्य और एकता की दिशा में दुनिया को मार्गदर्शन दे रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि चाहे सिडनी ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, एवरेस्ट की चोटियां हों या समुद्र की लहरें हर जगह से यही संदेश आता है कि श्योग सभी का है और सभी के लिए है। प्रधानमंत्री मोदी ने मोटापे को वैश्विक चुनौती बताते हुए फिर से 10 प्रतिशत तेल कम करने का आह्वान दोहराया। उन्होंने कहा कि मैंने मन की बात में इस पर विस्तार से चर्चा की थी और लोगों से अपने भोजन में 10 प्रतिशत तेल कम करने का आग्रह किया था। आज मैं इस चैलेंज से दुनियाभर के लोगों को दोबारा जुड़ने का आह्वान करता हूं।

































