स्वास्थ्य
आज 19 जून को है वर्ल्ड सौंटरिंग डे: शांत दिमाग से थोड़ी देर सब कुछ भूल कर टहलने निकले
आज 19 जून को है वर्ल्ड सौंटरिंग डे: शांत दिमाग से थोड़ी देर सब कुछ भूल कर टहलने निकले
सीएन, नैनीताल। रोज की भागदौड़ में व्यस्त लोग इन दिनों अपनी सेहत को नजरअंदाज करते जा रहे हैं। ऐसे में सेहत के लिए प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उन्हें भागदौड़ से राहत दिलाने से मकसद से हर साल 19 जून को वर्ल्ड सौंटरिंग डे मनाया जाता है। सौंटरिंग का मतलब बिना जल्दबाजी घूमना.फिरना। चहलकदमी करना। जिसका सीधा वास्ता तन.मन के रिलैक्स होने से है। एक दिन के लिए धीमी गति से चलें और इत्मीनान से टहलें। किसी गंतव्य की ओर न भागें। बस शांत दिमाग से थोड़ी देर के लिए सब कुछ भूल कर टहलने निकल जाएं। यहां प्रकृति का साथ हो तो सोने पर सुहागा जैसा होगा। साल दर साल निकलते रहते हैं और हमें जिंदगी की भागदौड़ में पता ही नहीं चलता। वास्तव में जीवन जीया ही नहीं। बस भागते रहे। इसलिए थोड़ा रुकें, गहरी सांस लें और जीवन का आनंद लें। जिंदगी में थोड़ा इत्मीनान भी जरूरी है। इस दिन का उद्देश्य हर किसी को अपनी व्यस्त दिनचर्या से थोड़ा विराम लेने और वर्तमान क्षण में डूबने के लिए प्रोत्साहित करना है। लोगों को अपने स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के बारे में सोचने का मौका देने के लिए हर साल 19 जून को वर्ल्ड सौंटरिंग डे मनाया जाता है। यह दिन खासतौर पर लोगों को रोज की भागदौड़ से ब्रेक लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। हम अक्सर एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए समय.समय पर स्वस्थ आदतों को अपनाने व्यायाम शुरू करने या कम से कम रोजाना चलने की योजना बनाते हैं लेकिन व्यस्त रहने की वजह से हम इन आदतों को अपना नहीं पाते हैं। ऐसे यह दिन एक नई शुरुआत के लिए बिल्कुल परफेक्ट है। विश्व सौंटरिंग दिवस भले ही अन्य अंतरराष्ट्रीय दिनों की तरह महत्वपूर्ण न हो, लेकिन यह निश्चित रूप से फिटनेस और वेलनेस के क्षेत्र में महत्व रखता है। सौंटरिंग शब्द एक क्रिया है, जो चलने की शैली का वर्णन करता है, जिसका अर्थ है धीरे.धीरे चलना। माना जाता है कि इस खास दिन की शुरुआत अमेरिका के मिशिगन में मैकिनेक आइलैंड के ग्रैंड होटल से हुई थी। विश्व सौंटरिंग दिवस की शुरुआत डब्ल्यूटी राबे द्वारा 1970 के बाद से की गई थी। हालांकि कुछ जगहों में 28 अगस्त को यह दिन मनाया जाता है। सौंटरिंग से लोगों की एफिशिएंसी 60 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। ऐसा देखा गया है कि जब लोग किसी सीमा में बंधे नहीं होते हैं, तब वे अपने समय में काम को परफेक्शन के साथ करते हैं। साथ ही यह आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में भी मदद करता है। यह मस्तिष्क के रक्त प्रवाह को बढ़ाने में भी मदद करता है। पैदल चलने के कई फायदे हैं। उनमें से एक कैंसर के खतरे को कम करना है।