स्वास्थ्य
आज 8 जून को है विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस: सिर में लगातार दर्द रहे तो हो जाओ सावधान
आज 8 जून को है विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस: सिर में लगातार दर्द रहे तो हो जाओ सावधान
सीएन, नैनीताल। एन नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन ने साल 2000 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की। इस एसोसिएशन की स्थापना 1998 में में हुई थी और इसके साथ 14 देशों के 500 से ज्यादा रजिस्टर्ड मेंबर जुड़े हुए हैं। इस संगठन का मकसद ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के साथ-साथ उनके परिवार, वैज्ञानिक और हेल्थ प्रोफेशनल्स को सपोर्ट करना भी है। ब्रेन ट्यूमर समझने से पहले ट्यूमर को समझना जरूरी है। ट्यूमर एक तरह का एब्नॉर्मल या कहें असामान्य लंप या सेल्स की ग्रोथ है जो शरीर के किसी भी हिस्से में बढ़ सकती है। ब्रेन ट्यूमर में यह ट्यूमर दिमाग में बनने लगता है और यह दिमाग के किसी भी हिस्से में बन सकता है। यदि किसी व्यक्ति को ब्रेन ट्यूमर हो तो उसके शरीर में कुछ लक्षण देखने को मिल सकते हैं। मस्तिष्क कैंसर अर्थात ब्रेन ट्यूमर एक बेहद ही खतरनाक रोग है। जब शरीर में कोशिकाओं की अनावश्यक वृद्धि होती हैं, लेकिन तब शरीर को इन अनावश्यक वृद्धि वाली कोशिकाओं की आवश्यकता नहीं होती हैं। इस अवस्था को ही कैंसर के नाम जाना जाता है। ब्रेन के किसी हिस्से में पैदा होने वाली असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि ब्रेन ट्यूमर के रूप में प्रकट होती हैं। ट्यूमर मुख्यत दो प्रकार का होता है, जैसे कि. घातक ट्यूमर और सौम्य ट्यूमर। सर्जरी इसका प्रमुख इलाज है। वैसे तो यह कैंसर की फ्रीक्वेंसी 60 साल के बाद अधिक देखी जा सकती है। लेकिन इसके कुछ केसेस 3 से 12 या 15 वर्ष की आयु में भी देखने को मिलते है। हालांकि लोगों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। ब्रेन ट्यूमर होने पर देखने में दिक्कत हो सकती है, सिर में लगातार दर्द रहने लग सकता है इसके अलावा उल्टी और मेंटली होने वाले बदलाव भी ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों में शामिल हैं। व्यक्ति को चलने, बोलने और कुछ महसूस करने में भी दिक्कत होने लगती हैं। ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है। ब्रेन ट्यूमर होने के सही कारण स्पष्ट नहीं है। ब्रेन ट्यूमर के लक्षण उनके आकार, प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। वयस्कों के बीच प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार एस्ट्रोसाइटोमा, मस्तिष्कावरणार्बुद और ओलिगोडेन्ड्रोग्लियोमा हैं। बच्चों में पाए जाने वाले ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार मेडुलोब्लास्टोमा, ग्रेड एक या ग्रेड दो एस्ट्रोसाइटोमा या तंत्रिकाबंधार्बुद, एपिन्डाइमोमा और ब्रेन स्टेम ग्लियोमा हैं। ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने वाले ज़ोखिम के कारकों में पारिवारिक इतिहास एवं अधिक से अधिक संख्या में एक्स रे कराना हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने का निर्धारण, चिकित्सीय इतिहास, शारीरिक परीक्षण तथा ब्रेन एवं तंत्रिका तंत्र के विभिन्न महत्वपूर्ण परीक्षणों के आधार पर किया जाता हैं। ब्रेन ट्यूमर के वैकल्पित उपचारों में शल्य चिकित्सा, विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी या उपचारों का समन्वय शामिल हैं।