नैनीताल
डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया की रोकथाम को विभागीय अधिकारियों के साथ प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
सीएन, भीमताल/नैनीताल। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देशन में विकास भवन सभागार में किया गया। कार्यशाला में जिला मलेरिया अधिकारी डा. अनुराधा हृयांकी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। डा. हृंयाकी ने कहा कि जनपद में डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया बीमारी से रोकथाम हेतु हमें अपने आसपास के क्षेत्र के साथ ही कार्यालयों, सार्वजनिक स्थानों, मॉलों, सिनेमाघरों, विद्यालयों के साथ ही चिकित्सालयों की साफ-सफाई रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा वर्षा काल मे जिन स्थानों पानी रूका हुआ है उन स्थानों पर पानी को तुरन्त साफ करें। यह संक्रमण मच्छरों के लार्वा से उत्पन्न होता है। उन्होेंने कहा इसके लिए हमें जनमानस में जागरूकता लानी होती तभी हम इस मकसद में कामयाब हो सकेंगे। डा. हृंयाकी ने कार्याशाला में अधिकारियों से कहा कि हमें कार्यालयों के साथ ही घर व सार्वजनिक स्थानों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके लिए हमें घर मे कूलरों के पानी को सप्ताह मे दो दिन साफ करना होगा साथ ही घरों के बाहरी क्षेत्र में जहां पानी रूकने की आवश्यकता है उन स्थानों को साफ कर पानी नहीं रूकने देना है। उन्होंने कहा डेंगू, चिकिनगुनिया संक्रमण के मच्छर दिन में ही काटते हैं इसके लिए हमें फुलस्लीव कपडे पहनने होंगे साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों को भी इस हेतु प्रेरित करना होगा। डा. अनुराधा ने कहा कि संक्रमण के लक्षण उत्पन्न होने पर अकस्मात तेज सिर दर्द, बुखार, मांसपेशियों एवं जोडों में दर्द, आखों के पीछे दर्द होना, उल्टी, नाक, मुंह, मसूडे़ से खून आना इसके मुख्य लक्षण हैं। उन्होंने कहा इसके बचाव के लिए हमें शीघ्र चिकित्सालय में चिकित्सक को खून की जांच कराकर चिकित्सकीय उपचार लेना होगा। उन्होेंने कहा कि डेंगू के रोगियों के लिए मच्छरदानी का उपयोग आवश्यक करें ताकि उन्हे मच्छर के काटने एवं बीमारी के फैलाने से बचाया जा सके। घरों के आसपास पूर्ण साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कचरे को अपने आवास से दूर फेंके। घरों के कूलर, टेंक, ड्रम, बाल्टी आदि से पानी खाली करें। उन्होंने कहा सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने कार्यालयों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान देकर अभियान चलायें।
कार्यशाला में उपजिलाधिकारी बीएस चौहान, सहायक परियोजना अधिकारी शिल्पी पंत, प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन, जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी, डा. दिनेश सिंह, डा. बीएस जंगपांगी, डा. राबाना बेगाम, एपिडियोलॉजिस्ट एनके काण्डपाल, उपक्रीडा अधिकारी जानकी देवी, मोहित वाल्मिकी के साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी कार्यशाला में उपस्थित थे।