राष्ट्रीय
लड़की हुई तो अब दूसरे बच्चे पर भी मिलेगा पीएमएमवीवाई का लाभ
लड़की हुई तो अब दूसरे बच्चे पर भी मिलेगा पीएमएमवीवाई का लाभ
तीन किस्तों में 5,000 रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की परिकल्पना
सीएन, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) योजना में बदलाव करने का फैसला किया है. इसके तहत अब महिलाओं को दूसरा बच्चा होने पर भी योजना का लाभ मिलेगा. हालांकि, इसके लिए शर्त है कि दूसरा बच्चा लड़की होना चाहिए. खास बात है कि इससे पहले परिवार की पात्र गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस योजना में शामिल किया जाता था. खबर है कि 1 अप्रैल से नई व्यवस्था की शुरुआत हो जाएगी. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मंत्रालय की योजनाओं को तीन चीजों के अंदर मिलाया और सुधार किया गया है. इसमें मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 शामिल हैं. ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के सहयोग से आयोजित महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के महिला सुरक्षा कार्यक्रम में सचिव इंदेवर पांडे ने जानकारी दी कि सरकार पीएमएमवीवाई के तहत लाभ का विस्तार कर रही है. इस योजना में गर्भावस्था और स्तनपान कराने के दौरान डीबीटी मोड में गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं (पीडब्लू एंड एलएम) के बैंक/डाकघर खाते में सीधे तीन किस्तों में 5,000 रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की परिकल्पना की गई है. सचिव ने बताया कि संशोधित योजना के तहत पूरी प्रक्रिया को आसान किया गया और राशि दो किस्तों में मिल सकेगी. दूसरा बच्चा होने पर लाभार्थी को पूरी रकम दी जाएगी. हालांकि, यह राशि केवल जन्म के बाद और बच्चा लड़की होने पर ही दी जाएगी
दिल्ली में पूरे सप्ताह मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस
मंत्रालय के अनुसार, केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर पूरे सप्ताह मनाए जाने वाले उत्सव का उद्घाटन किया. महिला और बाल विकास मंत्रालय ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के राष्ट्रव्यापी उत्सव के तहत 1 से 8 मार्च, 2022 तक अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मना रहा हैइस अवसर पर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री ने वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) की ‘सखियों’, अधिकारियों और मीडियाकर्मियों की विशाल सभा को संबोधित किया. उन्होंने ओएससी के उन पदाधिकारियों के अथक प्रयासों की सराहना की जिन्होंने हिंसा व दुर्व्यवहार की शिकार महिलाओं को समग्र सेवाएं प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.