राष्ट्रीय
ज्ञानेश कुमार व सुखबीर सिंह संधू बने चुनाव आयुक्त, एक सदस्य ने चयन के तरीके पर असहमति जताई
ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू बने चुनाव आयुक्त, एक सदस्य ने चयन के तरीके पर असहमति जताई
सीएन, नई दिल्ली। देश को दो नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू नए इलेक्शन कमिश्नर होंगे। चयन समिति ने इनकी नियुक्ति पर अपनी मुहर लगा दी है। विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सीनियर लीडर अधीर रंजन चौधरी ने चयन प्रक्रिया पर अपनी असहमति जताई है। इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए बनी समिति की बैठक हुई थी। इसमें गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। बता दें कि चयन समिति में लोकसभा में विपक्ष के नेता भी शामिल होते हैं। निचले सदन में फिलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी विपक्ष के नेता हैं। समिति के सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने इस बाबत कहा कि आज दो इलेक्शन कमिश्नर के चयन की मीटिंग हुई। चुनाव के लिए पद रिक्त नहीं होना चाहिए, हम यह मानते हैं। इस समिति में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, अर्जुनराम मेघवाल और अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस बैठक में 6 नामों पर चर्चा की गई। पैनल में विपक्षी सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अपनी असहमति दर्ज कराई और कहा कि अधिकारियों के संक्षिप्त सूचीबद्ध नाम उन्हें पहले से उपलब्ध नहीं कराए गए थे। चौधरी ने कहा कि उन्होंने बैठक से पहले एक छोटी सूची मांगी थी जिससे उन्हें सभी शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का विवरण मिल सकता था। उन्होंने कहा कि सरकार ने बुधवार को 212 अधिकारियों के नाम भेजे। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि विस्तृत सूची में 92 उन अधिकारियों के नाम शामिल हैं जो भारत सरकार में सचिव और सचिव समकक्ष के रूप में सेवानिवृत्त हुए, 93 अधिकारियों के नाम जो भारत सरकार में सचिव और सचिव समकक्ष अधिकारियों के रूप में सेवारत थे, 15 अधिकारी जो राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए और पिछले एक साल में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत 28 और 8 अधिकारी शामिल हैं।