राजनीति
आखिर सनी देओल ने क्यों किनारा किया राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव से
सीएन, दिल्ली। देश में राष्ट्रपति और उसके बाद अब उपराष्ट्रपति पद के लिए भी चुनाव हो गया है. दोनों चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. मगर, इन दोनों चुनाव में अभिनेता से नेता बने सनी देओल ने मतदान नहीं किया. वे दोनों चुनाव के वक्त वोटिंग से दूर रहे. ऐसे में चर्चा तेज हो गई है कि जब बीजेपी एक-एक वोट को लेकर काफी गंभीर थी, सांसद सनी देओल ने वोटिंग में हिस्सा क्यों नहीं लिया? सनी देओल पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद हैं. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे दिग्गज नेता सुनील जाखड़ को 82459 वोट के भारी-भरकम अंतर से हराया था. सनी देओल को 5 लाख 58 हजार 719 और सुनील जाखड़ को 4 लाख 76 हजार 260 वोट मिले थे. हालांकि, पंजाब में विधानसभा चुनाव के बाद सुनील जाखड़ भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद सनी देओल पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में समय नहीं दे रहे हैं. उनकी संसद में भी कम उपस्थिति देखने को मिलती है. पिछले साल गुरदासपुर में सनी के लापता वाले पोस्टर भी लगाए गए थे. हाल ही में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में भी सनी देओल वोट नहीं दे पाए थे. एएनआई के मुताबिक, सनी देओल एक शूटिंग के दौरान पीठ में चोट लगने की वजह से घायल हो गए थे. वे सर्जरी कराने के लिए अमेरिका गए हैं. अब कहा ये जा रहा है कि विदेश में होने की वजह से वे वोटिंग में शामिल नहीं हो सके हैं. सनी देओल के संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर में सांसद ग्राम योजना के तहत गांव भोपर सेदा को गोद लेने की प्रक्रिया के मौके पर भी अनुपस्थित रहे. 22 जुलाई को आयोजित हुए इस कार्यक्रम में सनी के निजी सहायक पंकज शर्मा ने औपचारिकताएं पूरी कीं. सांसद सनी देओल के निजी सहायक पंकज शर्मा ने कहा कि सांसद के पास समय नहीं है. उन्होंने कहा कि सनी देओल की आमदनी फिल्मों से है. सांसद बनना उनके लिए एक सेवा है, इसलिए वह फिलहाल अपने काम में व्यस्त हैं. उन्होंने ये भी कहा कि सनी देओल राष्ट्रपति चुनाव के वक्त विदेश में थे, व्यस्तता के चलते नहीं आ पाए.