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फाइनेंशियल लिटरेसी को वोकेशनल कोर्स के रूप में चलाने वाला पहला विवि बना कुविवि
फाइनेंशियल लिटरेसी को वोकेशनल कोर्स के रूप में चलाने वाला पहला विवि बना कुविवि
सीएन, नैनीताल। कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर स्थित वाणिज्य विभाग में फाइनेंशियल लिटरेसी विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों ने वोकेशनल कोर्स फाइनेंशियल लिटरेसी के महत्व को समझाते हुए डिजिटल लेनदेन व साइबर क्राइम से बचने के गुर बताए। सेमीनार में आईआईएम के पूर्व छात्र एवं टीआईएमई के निदेशक अंकुर महाजन मुख्य वक्ता रहे। डीएसबी के वाणिज्य विभाग में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत समन्वयक डॉ. आरती पंत ने की। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। साथ ही उन्होंने वित्तीय साक्षरता की जरूरत पर विचार रखे। कहा कि वित्तीय साक्षरता का ज्ञान आधुनिक समय में आवश्यक है। आयोजक सचिव डॉ. ममता जोशी ने बताया कि कुमाऊं विवि में नई शिक्षा नीति के 2020 के तहत वोकेशनल कोर्स के रूप में फाइनेंशियल लिटरेसी को लागू किया गया है। इस कोर्स में विभिन्न संकायों से सौ विद्यार्थी पंजीकृत हैं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता टीआईएमई इंस्टीट्यूट के निदेशक अंकुर महाजन ने कहा कि वोकेशनल एवं व्यावसायिक कोर्स के रूप में फाइनेंशियल लिटरेसी का चयन बेहद सराहनीय है। विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो. अतुल जोशी ने कहा कि कुमाऊं विवि पहला विवि है, जोकि फाइनेंशियल लिटरेसी को वोकेशनल कोर्स के रूप में संचालित कर रहा है। उन्होंने इसके लिए कुलपति प्रो. एनके जोशी का आभार व्यक्त किया। डॉ. विजय कुमार ने डिजिटल बैंकिंग के संबंध में विचार रखे। वोकेशनल कोर्स की कॉर्डिनेटर डॉ. पूजा जोशी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रो. अतुल जोशी, डॉ. आरती पंत, डॉ. विजय कुमार, डॉ. ममता जोशी, डॉ. निधि वर्मा, डॉ. हिमानी जलाल, डॉ. मनोज पांडे, डॉ. जीवन उपाध्याय, डॉ. अंकिता आर्या, डॉ. तेजप्रकाश, डॉ. पूजा जोशी, शोध छात्रा आस्था अधिकारी, सूबिया मलिक, अनिल ढैला, घनश्याम पालीवाल, बिशन आदि रहे।