अल्मोड़ा
अल्मोड़ा के जलस्रोतों की पहचान कर जल संचय की योजना बनाई जाए : जोशी
कोसी, गगास, रामगंगा, सुयाल एवं पनार नदियों पर जल संचयन के लिए विशेष कार्य शुरू
सीएन, अल्मोड़ा। संयुक्त सचिव भारत सरकार उपेंद्र कुमार जोशी (नोडल अधिकारी अमृत सरोवर परियोजना एवं जल शक्ति अभियान) द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद में जल शक्ति अभियान एवं अमृत सरोवर परियोजना के तहत किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने अमृत सरोवर योजना के लिए चयनित स्थलों के बारे में जानकारी ली तथा इसके लिए जनपद में किए गए कार्यों की समीक्षा भी की। मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि जनपद में अमृत सरोवर के लिए 79 स्थलों का चयन किया गया है जिसमे 266625 क्यूबिक मीटर जल क्षमता लक्षित है। उन्होंने बताया कि अमृत सरोवर में 56 स्थलों के लिए लिए कार्य प्रारंभ हो चुका है। जलशक्ति अभियान के तहत भी उन्होंने जनपद की समीक्षा की। उन्होंने जनपद के विभिन्न जल स्रोतों जिनमे नदियां, नौले, गदेरे आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वर्षा के जल को स्टोर करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद की कोसी, गगास, रामगंगा, सुयाल एवं पनार नदियों पर जल संचयन के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। जिसमे चेक डैम, बांध आदि के जरिए पानी को रोककर उसका प्रयोग सिंचाई एवं पेयजल के तौर पर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। श्री पांडे ने बताया कि कोसी पुनर्जीवन के तहत विभिन्न कार्य एवं जनजागरुकत कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इस दौरान संयुक्त सचिव ने कहा कि जनपद के सभी जलस्रोतों की पहचान कर उसके लिए जल संचय की प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। उन्होंने तड़ागताल के लिए विशेष कार्य करने के भी निर्देश दिए। कहा कि यदि इस ताल में वर्ष भर पानी को रोककर रखा जाए तो इससे पेयजल एवं सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता बनी रहेगी। इसमें उन्होंने कहा कि भारत सरकार लगातार जल संरक्षण पर बढ़ावा दे रही है। इसमें उन्होंने भारत सरकार की तरफ से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान संयुक्त सचिव ने कहा कि सभी स्बंधित विभाग आपस में समन्वय के साथ कार्य करें। साथ ही जल संचयन एवं प्रबंधन के लिए जनपद में किए गए कार्य के प्रति हर्ष व्यक्त किया।
बैठक में डीएम वंदना, प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।