अल्मोड़ा
उत्तखण्ड में स्वरोजगार के पुरोधा थे विजय सुंदरियालः नैनवाल
सीएन, अल्मोड़ा। उत्तराखंड में स्वरोजगार के पुरोधा स्व. विजय सुंदरियाल की दूसरी पुण्यतिथि सुंदरियाल प्रोडक्शन डूंगरी में स्वरोजगार दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर रानीखेत विधायक डा. प्रमोद नैनवाल ने कहा कि विजय सुंदरियाल ने अभिभाजित उत्तर प्रदेश में कठिन परिस्थियों में इस छोटे से गांव में स्वरोजगार की कल्पना की ये काबिले तारीफ़ है। वह वास्तव में उत्तराखंड में स्वरोजगार के पुरोधा थे। उन्होंने गांव और गांव से बाहर क्षेत्र के नौजवानों को स्वरोजगार का रास्ता दिखाया है। यह क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। सरकार को भी ऐसे उद्योगों को मॉडल उद्योग घोषित कर सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए जिससे स्थानीय लोग प्रेरणा ले और कार्य करें। वक्ताओं के क्रम में वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी ने कहा कि विजय सुंदरियाल जो काम उत्तर प्रदेश के जमाने में कर गये उसकी प्रसिंगता है। आज तमाम सरकारे स्वरोजगार का ढोल पीट रहे है। उन्हें इस छोटे उद्योग को गांव से प्रदेश स्तर पर पहाड़ी मॉडल उद्योग घोषित कर देना चाहिए और सरकार को मार्केटिंग की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे गांव का कच्चा माल यही उपयोग हो सके और कच्चे माल से बने समान को बाजार मिल सके। सभा में मनीष सुंदरियाल ने कहा कि वह अपने पिता के अभियान को आगे बढाने का काम अंतिम समय तक करते रहेंगे और पिता के स्वरोजगार के मिशन को मंजिल तक पहुचायेंगे। श्रद्धांजलि सभा में जंगबहादुर सिंह नेगी, मंडी समिति के पूर्व उपाध्यक्ष गोपाल रावत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अल्मोड़ा नारायण सिंह रावत, पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी गबर सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान पलासी गीता देवी, हरिसरण सुंदरियाल सहित कई लोग मौजूद थे।