चमोली
जोशीमठ क्षेत्र में निर्माण कार्य पर रोक, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
जोशीमठ क्षेत्र में निर्माण कार्य पर रोक, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
सीएन, देहरादून/जोशीमठ। धर्मनगरी जोशीमठ दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बड़ा बयान आया है. जोशीमठ नगर में घरों और व्यावसायिक भवनों में दरारें आने और जगह-जगह पानी का रिसाव होने के बाद राज्य सरकार ने वहां सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के आदेश दिए। इसमें एनटीपीसी, हेलंग बाइपास और अन्य निर्माण कार्य बंद भी कर दिए गए। लेकिन हैरानी की बात है कि जोशीमठ राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण काम धड़ल्ले से जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अब सभी हिल स्टेशन की बियरिंग कैपेसिटी का आकलन कराया जाएगा। यदि कोई शहर बियरिंग कैपेसिटी को पार कर गया है, तो वहां निर्माण कार्यों पर व्यवस्थित तरीके से रोक लगाई जाएगी। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में जोशीमठ नगरपालिका और आसपास के क्षेत्रों में अगले आदेश तक सभी तरह के निर्माण कार्य को बंद करवा दिया गया है। सभी अधिकारी लोगों से बात कर रहे हैं। रिलीफ कैंप में सुविधाओं का लगातार जायजा भी लिया जा रहा है। दिक्कत या परेशानी होने पर उसे तत्काल दूर करने का आदेश दिया जा रहा है। जोशीमठ के सिंहधार इलाके में घर खाली कराया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि अक्टूबर 2022 से ही घरों में दरारें आ रही थीं। रिपेयर कराया तो बाद में दारों बढ़ गईं। घर में पानी भी आता है। पानी कहां से आता है, इसका कोई पता नहीं है। घरवालों को मकान के कभी भी धराशायी होने का डर है। जोशीमठ में गंभीर हालत को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे रिलीफ कैंप में शिफ्ट हो जाएं। मकानों और सड़कों पर लगातार दरारें आने से प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लोगों को तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है। धर्मनगरी जोशीमठ में 600 से भी ज्यादा मकानों में दरारें आई हैं। स्थानीय प्रशासन ने ऐसे सभी घरों को खाली करा कर प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया है। जोशीमठ संकट पर रविवार को पीएमओ में पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए थे।
