जन मुद्दे
मंत्री का दुग्ध उत्पादन बढाने के साथ ही मिल्क बूथ खोलने के निर्देश
सीएन, बागेश्वर। पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने वीसी के माध्यम से संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए कृषि के साथ ही कास्तकारों की आजीविका संबर्द्धन हेतु दुग्ध उत्पादन, मत्स्य, बकरी पालन, कुक्कुट पालन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दियें। उन्होंने जिलाधिकारियों व मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दियें कि वे जनपदों में दुग्ध उत्पादन बढाने के साथ ही मिल्क बूथ खोलने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि जनपद के महत्वपूर्ण स्थानों का चयन कर मिल्क बूथ खोले जाए, ताकि इन बूथों में दूध के विभिन्न उत्पादों की बिक्री कर आम जनमानस को आसानी से उत्पाद उपलब्ध हो सकें। मंत्री श्री बहुगुणा ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जनपदों में अमृत सरोवरों के कार्यो मे तेजी लाकर इन सरोवरों में स्वंय सहायता समूहों अथवा व्यक्तिगत के माध्यम से मत्स्य पालन कराने के भी निर्देश दियें साथ ही उन्होंने कास्तकारों को मत्स्य पालन हेतु जागरूक कर प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दियें, जिस पर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि जनपद में 79 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 36 सरोवरों को निर्माण किया जा चुका है, शेष सरोवरों का निर्माण भी शीघ्र किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को निर्मित सरोवरों में मत्स्य बीज डालने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जगथाना क्षेत्र में कलस्टर अधारित ट्राउट फिश फार्मिंग की जा रही है, जिसमें 06 समितियों में 66 कास्तकार मछली उत्पादन कार्य कर रहें हैं, अन्य क्षेत्रों में भी मछली उत्पादन को बढावा देने का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि अल्मोंडा व बागेश्वर का एक ही दुग्ध संघ है, उन्होंने बागेश्वर जनपद में अलग दुग्ध संघ बनाने का सुझाव दिया। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने सहायक निदेशक दुग्ध को निर्देश दियें कि वे जनपद में गठित दुग्ध समितियों को सक्रिय कर दुग्ध उत्पादन बढायें। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व दुग्ध विभाग के अधिकारियों को निर्देश दियें कि वे ज्यादा दुधारू पशु वाले गांवों को चिन्हित कर उन्हें मिल्क रूट से जोड़ना सुनिश्चित करें। उन्होंने बकरी पालन को बढावा देने हेतु कपकोट व गरूड़ क्षेत्र में बकरी पालन कलस्टर तैयार करने के निर्देश भी दियें। वीसी में मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, सहायक निदेशक मत्स्य/जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कमल पंत, जिला मत्स्य अधिकारी मनोज मियान, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, दुग्ध निरीक्षण डीपी यादव आदि मौजूद थे।