जन मुद्दे
नीति आयोग का सर्वे : नैनीताल में बीमारियों के साथ ही बढ़ रहे हैं शराबी
भारत सरकार के नीति आयोग की रिपोर्ट ने पर्यटन नगरी नैनीताल की बढ़ाई चिंता
सीएन, नैनीताल। भारत सरकार के नीति आयोग की रिपोर्ट ने पर्यटन नगरी नैनीताल चिंता बढ़ा दी। एक ओर जहां बीमारियां बढने के संकेत दिए हैं, वहीं नैनीताल नगर में शराब व अन्य नशा करने वालों की संख्या बढ़ने का जिक्र किया है। नैनीताल शहर के लोगों में किडनी में पथरी, डायबिटीज और हार्टअटैक की दिक्कतें बढ़ रही हैं। नीति आयोग के सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा नैनीताल में इन बीमारियों से ग्रसित रोगी अधिक मिले हैं। साथ ही नैनीताल में नशेड़ियों की संख्या भी अन्य शहरों के मुकाबले अधिक है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आयोग ने नैनीताल में नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन योजना के तहत दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की भी सिफारिश की है। इससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन ने कलक्ट्रेट सभागार में सर्वे रिपोर्ट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की टीम ने पिछले दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर नैनीताल समेत लुधियाना (पंजाब), बारंग (झारखंड), बंगलुरु (कर्नाटक) और शिलांग (मेघालय) में सर्वे किया था। सर्वे में पाया गया कि नैनीताल जैसे पर्वतीय शहर में रह रहे लोग डायबिटीज, हार्टअटैक और किडनी में पथरी की समस्या से ग्रसित हैं। वहीं नैनीताल में शराब समेत अन्य तरह का नशा करने वालों की संख्या भी कहीं अधिक है। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की टीम जल्द ही रांची, जोधपुर और जबलपुर में भी सर्वे करेगी। संयुक्त मजिस्ट्रेट जैन ने बताया कि आयोग ने नैनीताल के सर्वे के बाद पाया कि शहर की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए और अधिक बेहतर कदम उठाने की जरूरत है। आयोग ने यातायात, पुलिस व नगर पालिका को भी स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ा जाए। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने बताया कि नीति आयोग की टीम ने नैनीताल में लगने वाले जाम के दौरान एंबुलेंस को समय से अस्पताल तक कैसे पहुंचाया जाए इस पर भी संबंधित अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। 25 जून को दिल्ली में होने वाले सेमीनार में नैनीताल शहर की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।