चमोली
जोशीमठ के दो और होटल खतरे में, मंत्री धन सिंह ने की नृसिंह मंदिर में पूजा
जोशीमठ के दो और होटल खतरे में, मंत्री धन सिंह ने की नृसिंह मंदिर में पूजा
सीएन, जोशीमठ। की सड़कों पर गाड़ियों का जो शोर एक दिन पहले था, अब वह थोड़ा कम हो गया है। न्यूज़ चैनल वाले भी पहले से कम दिख रहे। हालांकि शहर का संकट ख़त्म नहीं हुआ, बल्कि बढ़ चुका है। जोशीमठ के दो और बड़े होटल ख़तरे में बताए जा रहे हैं। एक-दूसरे की तरफ हल्का से झुक गए हैं स्नो क्रस्ट और कॉमेट। इससे पहले मुख्य बाज़ार में मौजूद माउंट व्यू और मलारी इन के साथ यही हुआ। इन दोनों इमारतों को तो ख़तरनाक घोषित करते हुए गिराना भी शुरू कर दिया गया है। दोनों होटलों को चरणबद्ध तरीके से तोड़ा जा रहा है। पहले खिड़की, दरवाजे हटाए गए, फिर टीनशेड वगैरह। धीरे-धीरे अंदर का सारा सामान निकाल लिया गया है। लोक निर्माण विभाग और एसडीआरएफ की टीमें इस काम में लगी हैं। इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि दोनों होटल एक-साथ ही टूटें। अगर एक पहले टूट गया, तो दूसरा अपने आप ढह सकता है। इस बीच, औली को जाने वाले रोपवे के पास भी ज़मीन में दरारें उभरी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले दरार हल्की थी, लेकिन अब बड़ी हो चुकी है। इस रोपवे को पहले ही बंद किया जा चुका है। सिंहधार, नृसिंह रोड मंदिर, गांधी नगर में कई परिवार दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो गए हैं। होटल, लॉज में क्लोज्ड का बोर्ड लटका दिया है। होटलों के गेट खुले हैं, लेकिन जगह नहीं मिल रही। मारवाड़ी गांव में एक होटल के रिसेप्शन पर जवाब मिला कि हमारे यहां पानी ख़त्म हो गया है। वहीं, दूसरी जगह बताया गया कि दीवारों में क्रैक आ गए हैं। आपको ठहराकर जान जोखिम में नहीं डाल सकते। मंत्री धन सिंह रावत शहर में ही डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने नृसिंह मंदिर में हवन किया। इसमें जोशीमठ पर आए संकट को टालने के लिए प्रार्थना की गई। मंत्री ने बताया कि वह कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर भी जाएंगे, जहां ज़मीन धंसने से तीन दर्जन से ज़्यादा मकान प्रभावित हुए हैं।