नैनीताल
राज्य पक्षी मोनाल, रेड पांडा व हिमालयी भालू बने हैं आर्कषण का केन्द्र
नैनीताल चिड़ियाघर में हिमालयी वन्य जीवों को देख रोमांच से भर उठते हैं पर्यटक
सीएन, नैनीताल। गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान नैनीताल में इन दिनों रेड पांडा, राज्य पक्षी मोनाल, हिमालयी काला भालू, राजस्थानी मोर व चीड़ फीजेंट, लेडी एमहेन्स फीजेंट के जोड़े आर्कषण का केन्द्र बने हैं। नैनीताल जू में दार्जिलिंग से लाया गया रेड पांडा का कुनबा भी बढ़ गया है। जू में अन्य जीव जन्तुओं के साथ ही रेड पांडा, मारखोर, राजस्थानी मोर, हिमालयन भालू व ब्लूशिप भी विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुये है। इन जीवों को दार्जिलिंग जू से यहां लाया गया था। जू में काला हिमालयन भालू मौजूद था। कुछ वर्ष पूर्व केंद्रीय जू प्राधिकरण से इजाजत मिलने पर हिमालयन नेचर पार्क कुफरी शिमला प्राणी उद्यान से एक जोड़ा मोनाल, नर व मादा भालू व दो जोड़े चीर फिजेंट जू प्रशासन कुफरी शिमला से लाया गया।
250 से अधिक पशु व पक्षी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र
नैनीताल। प्राणी उद्यान में वर्तमान में 250 से अधिक जानवर व पक्षी सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए है। जानवरों की बात की जाये तो लेपर्ड, हिमालयन काला भालू, रेड पांडा, मोनाल, लेडी लेडी एमहेन्स फिजेंट, सिलवर फिजेंट, गोल्डन फिजेंट, ब्लू शीप, सांभर, बारकिंग डीयर, एक जोड़ा राजस्थानी मोर, एक मारखोर, दो स्पोटटेड डीयर समेत लेपर्ड केट, चीर फिजंेट, कलिज फिजेंट, स्टेपल ईगल, लव बर्ड, ब्लेक काईट, घुरड़ आदि चिड़ियाघर में शोभायमान है। यहां कई पशु प्रजजन काल में है। आगे भविष्य में कुनबा और बढ़ जायेगा। प्राणी उद्यान प्राणी उद्यान के सूत्रों के अनुसार हिमालयन नेचर पार्क कुफरी शिमला प्राणी उद्यान से नैनीताल जू में लाये गये सभी पशु पक्षी पूरी तरह स्वस्थ्य है। जू में पहली बार राज्य पक्षी मोनाल का जोड़ा लाया गया है। यह राज्य पक्षी होने के कारण इसके पालन के लिए जू कर्मियों को विशेष निर्देश दिये गये है। राज्य पक्षी मोनाल, रेड पांडा व हिमालयी भालू पर्यटकों के लिए आर्कषण का केन्द्र बने हैं। इसके अलावा सभी पशु-पक्षियों की देखरेख के लिए समय-समय दिशा निर्देश जारी किये जाते हैं। जू में पशु-पक्षियों को गोद लेने की योजना भी लागू की गई है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति पशु-पक्षियों को गोद लेकर उनकी भोजन की व्यवस्था कर सकता है। इस योजना को लोग काफी पसंद कर रहे है।