धर्मक्षेत्र
श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव : आज पांच साल बाद अयोध्या से जनकपुर पहुंच रही बारात, एमपी से पहुंचा एक लाख से ज्यादा लड्डू
श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव: आज पांच साल बाद अयोध्या से जनकपुर पहुंच रही बारात, एमपी से पहुंचा एक लाख से ज्यादा लड्डू
सीएन, अयोध्या। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार भगवान राम की बारात में देशभर के लोग शामिल होंगे। इसमें 17 राज्यों के राम भक्त सहभागिता करेंगे। करीब 500 बाराती राम नगरी से जनकपुरी के लिए जाएंगे। बारात 26 नवंबर को सुबह 8.30 बजे रवाना होगी। इसके लिए 4 विशेष रथ भी तैयार किए गए हैं। एक रथ पर 51 तीर्थों का जल रखा जाएगा। बारात में दूल्हे के चारों भाइयों के स्वरूप के साथ मूर्तियों को भी शामिल किया जाएगा। रामनगरी अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में निकलने वाली श्री राम बारात की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 26 नवंबर को बड़े धूमधाम से यह बारात रामसेवक पुरम से विधि विधान पूर्वक रस में रिवाज को पूरा करते हुए रवाना होगी। यात्रा के प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि राम बारात के लिए प्रत्यक्ष रूप से तैयारी का दौर जारी है। चार रथ इस यात्रा में होंगे श्री राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के स्वरूप होंगे। उधर बिहार के सीतामढ़ी जिले में श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव की धूम मची हुई है। पांच साल बाद, अयोध्या से मिथिला नगरी जनकपुर नेपाल तक बारात आने की खबर से मिथिला वासियों में जबरदस्त उत्साह है। विवाहोत्सव को लेकर हर जगह तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस ऐतिहासिक आयोजन का रूट चार्ट भी जारी कर दिया गया है। चार्ट के अनुसार 6 दिसंबर को बरबीघा मैदान में रात्रि को विवाहोत्सव होगा। 7 दिसंबर को राम कलेवा और सामूहिक विवाह का आयोजन होगा। 8 दिसंबर को बिहार के वीरगंज में रात्रि विश्राम और 9 दिसंबर को बारात वीरगंज से मोतिहारी, गोपालगंज, कुशीनगर होते हुए गोरखपुर लौटेगी। भारतवर्ष के 51 तीर्थों का जल इस बार बारात में जा रहा है। उनके प्रतिक के रूप में एक तीर्थरथ को तैयार किया गया है और एक रात में श्री सीताराम कल्याण विवाह महोत्सव कि प्रतिमा होगी। उन्होंने कहा कि यह पहली बार जा रही है उन मूर्तियों का भी विवाह के रूप में उपयोग होगा। वहीं बताया कि इसमें तिरुपति बालाजी से लगभग 40 पंडितों की टीम आ रही है। वे सीधे जनकपुर पहुंचेंगे। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन सुबह 9 बजे श्री सीताराम विवाह महोत्सव का कार्यक्रम कराएंगे। लगभग यहां से लगभग 200 बारातियों को तैयार किया गया है लेकिन जनकपुर तक पहुंचते हुए यह संख्या बढ़कर 500 के करीब पहुंच जाएगी। बताया कि इस बार इस बारात में लगभग 17 प्रांतों के लोग शामिल होंगे। दक्षिण भारत के सभी साथ ही मध्य प्रदेशए बिहार उत्तर प्रदेश झारखंड छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र से भी लोग इसमें शामिल दिखाई देंगे। श्रीराम विवाह महोत्सव विवाह के दौरान वर पक्ष की तरफ से दिए जाने वाले बैना के लिए मध्य प्रदेश सरकार और महाकाल मंदिर के द्वारा भक्तों में वितरित करने के लिए एक लाख ग्यारह हजार ग्यारह सौ ग्यारह देशी घी से बने लड्डू को भेजे गए हैं। इसे एक खास गत्ते में पैक किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के मुताबिक इन सभी लड्डू के गत्तों को जनकपुर ले जाया जाएगा। इसके साथ ही और भी कई नेग को देने के लिए तैयार किया गया है। मिथिला वासियों के लिए यह विवाहोत्सव विशेष महत्व रखता है। बारात यात्रा के दौरान धार्मिक आयोजनों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह का जीवंत चित्रण किया जाएगा जो हजारों श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव होगा। श्रीराम.जानकी विवाहोत्सव न केवल मिथिला की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करेगा बल्कि जनमानस को धार्मिकता और भक्ति के पवित्र सूत्र में भी पिरोएगा।