उत्तराखण्ड
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ से सुप्रीम कोर्ट के गलियारे में अचानक टकरा गए 3 युवा वकील, चीफ जस्टिस ने पूछ लिया सवाल
सीएन, दिल्ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ अक्सर नौजवान वकीलों को प्रोत्साहित करते रहते हैं। उनसे फीडबैक भी लेते हैं। ऐसा ही एक वाकया सुप्रीम कोर्ट में हुआ। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ अपना कामकाज खत्म कर सिंगापुर के चीफ जस्टिस सुंदरेश मेनन के साथ निकल रहे थे। अचानक कॉरीडोर में उनकी 3 युवा वकीलों से मुलाकात हो गई। सीजेआई वहीं रुककर नौजवान वकीलों से बात करने लगे और सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुई नई फैसिलिटी के बारे में फीडबैक लेने लगे। सिक्योरिटी ने अचानक वकीलों को रोक लिया। बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब कोर्ट का आखिरी सेशन खत्म हुआ और कोर्ट रूम लगभग खाली हो गया, तब 3 नौजवान वकील सुप्रीम कोर्ट के कॉरिडोर से बाहर निकल रहे थे। अचानक उन्हें कोर्ट के सिक्योरिटी स्टाफ ने रोक लिया और इंतजार करने को कहा। इससे पहले कि वे सवाल कर पाते कि उन्हें क्यों रोका? सीजेआई चंद्रचूड़ उसी कॉरिडोर से आते दिखे। उनके साथ सिंगापुर के चीफ जस्टिस और कई दूसरे मेहमान थे। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ की नजर युवा वकीलों पर पड़ी तो वहीं रुक गए।नौजवान वकीलों से सवाल करने लगे। नौजवान वकीलों ने सीजेआई का अभिवादन किया। इसके बाद सीजेआई ने पूछा कि क्या आप लोग ऑनलाइन एससीआर सर्विस यूज कर रहे हैं? सीजेआई के अचानक इस सवाल से उन तीन युवा वकीलों में से एक हड़बड़ा गए और जवाब दिया हां…हम लोग इस सर्विस को यूज कर रहे हैं और बहुत अच्छी पहल है। इस पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वो थोड़ी देर पहले ही अपने मेहमानों से इस बारे में चर्चा कर रहे थे और लॉयर्स का फर्स्ट हैंड ओपिनियन भी जानना चाहते थे कि यह सुविधा ठीक काम कर रही है या नहीं? सीजेआई ने तीनों वकीलों का नाम पूछा और मुस्कुराते हुए अपने मेहमानों के साथ आगे बढ़ गए। है आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में ऑनलाइन एससीआर सर्विस शुरू की है। इस फैसिलिटी के जरिये सुप्रीम कोर्ट की स्थापना से लेकर अबतक के उच्चतम न्यायासय के सभी जजमेंट की कॉपी ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है। इस सुविधा के अंतर्गत सुप्रीम कोर्ट में केस पेंडेंसी और दूसरी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।