उत्तराखण्ड
कैंची धाम की वहन क्षमता की गणना की जाएगी, पंजीयन पर हो रहा विचार : गर्ब्याल
सीएन, देहरादून। पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा है कि नैनीताल जिले में कैंची धाम की वहन क्षमता की गणना की जाएगी। इससे यातायात को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कैंची धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था शुरू करने पर भी विचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले कुछ सालों में काफी वृद्धि हुई है, जिससे यातायात जाम की समस्या पैदा हो रही है। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा मार्गों पर रहने वाले लोगों की आय बढ़ाने के लिए राज्य का पर्यटन विभाग एक व्यापक योजना पर काम कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर विभाग बागवानी और कौशल विकास जैसे विभागों की सक्रिय भागीदारी और समर्थन के साथ एकीकृत दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।नवनियुक्त सचिव पर्यटन धीराज सिंह गर्ब्याल ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग एक ऐसी योजना पर काम कर रहा है, जिसके तहत चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित सभी ग्रामीणों को अपने घर में कम से कम एक कमरा होमस्टे के रूप में आरक्षित करने और विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को उनके घरों में आवश्यक सुधार के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। गर्ब्याल ने कहा कि यात्रा मार्ग पर स्थित गांवों को बागवानी विभाग की मदद से पॉलीहाउस में सब्जियां उगाने और फूलों की खेती जैसी गतिविधियों में शामिल होने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कौशल विकास विभाग के साथ समन्वय करके यात्रा मार्ग पर होम स्टे, टैक्सी चालक और ढाबा मालिकों वाले ग्रामीणों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। सचिव ने कहा कि एकीकृत दृष्टिकोण से चार धाम यात्रा पर निर्भर लोगों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विभाग साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है और युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) से मदद ले रहा है। इसी तरह युवाओं के लिए आउटडोर लर्निंग कोर्स भी शुरू किए जाएंगे।
