उत्तराखण्ड
खटीमा से सीएम धामी 5 हजार अधिक मतो से हारे
सीएन, खटीमा। उधम सिंह नगर की सबसे चर्चित सीट खटीमा जहां से बीजेपी के सीएम पुष्कर सिंह धामी चुनावी मैदान में हैं वो पार्टी के हाथ से निकलती दिख रही है। यहां पर पुष्कर सिंह धामी को करीब 5180 वोटो से कांग्रेस को भुवन चंद कापड़ी हरा दिया है।
अरविंद पांडेय ने तोड़ा शिक्षा मंत्री के हारने का मिथक, गदरपुर से जीते
गदरपुर से बीजेपी प्रत्याशी अरविंद पांडेय ने जीत दर्ज की है। इस जीत के साथ ही अरविंद पांडेय ने शिक्षा मंत्री के चुनाव हारने के मिथक भी तोड़ दिया है। वहीं सितारगंज सीट पर बीजेपी के सौरभ बहुगुणा जीते हैं। चम्पावत विधानसभा से बीजेपी के कैलाश गहतोड़ी 5299 वोट से जीत गए हैं।
हरिद्वार ग्रामीण से बीजेपी को लगा झटका, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद हारे
हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद हार गए हैं। इसे बीजेपी को लगे एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है। यहां पर कांग्रेस की अनुपमा रावत ने की जीत दर्ज की है। अनुपमा ने यतिस्वरानंद को करीब 6 हजार वोटों से हराया है।
टिहरी विधानसभा की 6 सीटों पर हाल, 4 सीटों पर बीजेपी तो 2 पर कांग्रेस आगे
देवप्रयाग में बीजेपी को 5262 वोट, वहीं कांगेस को 5286। प्रताप नगर में कांग्रेस को 6686, बीजेपी को 6024, आप को 298 वोट। धनोल्टी में कांग्रेस को 4362, बीजेपी को 61744 और आप को 1185 वोट। टिहरी गढ़वाल में कांग्रेस को 1487, वहीं बीजेपी को बड़ी बढ़त अब तक 6233 वोट। नरेंद्र नगर में बीजेपी 3316 और कांग्रेस 4860 वोटों पर। घनसाली में 9415 और कांग्रेस 5687, वहीं भीमलाल निर्दलीय 5692 वोटों पर। टिहरी जिले की 6 सीटों में 4 सीट पर भाजपा आगे और 2 सीट पर कांग्रेस आगे
हरीश रावत 14 हजार वोटों से चुनाव हारे, लालकुआं सीट से BJP की जीत
उत्तराखंड की लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सीएम और पार्टी के दिग्गज नेता हरीश रावत चुनाव हार गए हैं। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के डॉ। मोहन सिंह बिष्ट ने हरीश रावत को लगभग 14000 वोटों से हरा दिया है।
एक चौथाई सीटों पर क्या तय हुआ नतीजा? यहां प्रत्याशी ले चुके 5000 वोटों से ज़्यादा की लीड
उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के रुझान लगातार अपडेट हो रहे हैं और अधिकांश जगह तीसरे राउंड की गिनती चल रही है या संपन्न हो रही है। इस बीच, उन 17 सीटों पर नज़र न सिर्फ राजनीतिक पार्टियों की बनी हुई है, बल्कि मतदाताओं की भी धड़कनें तेज़ हैं कि यहां नतीजा आ गया है या अभी कोई फेरबदल हो सकता है। दोपहर 12 बजे के बाद ये वो सीटें हैं, जहां लीड लेने वाले प्रत्याशी 5000 से ज़्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। उत्तराखंड में चुनावी हार जीत के पिछले ट्रेंड देखे जाएं तो वोटों का यह अंतर हार जीत तय करने में अधिकांश सीटों पर निर्णायक रहा है।