उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के पहाड़ों में आज से हल्की या कहीं मध्यम बारिश का अनुमान
देश के कई हिस्सों में पारा 45 डिग्री के पार, पांच दिन चलेगी लू जारी हुआ आरेंज अलर्ट
देहरादून/नैनीताल/नई दिल्ली। देश के अधिकांश हिस्सों में लू ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सूरज के तल्ख तेवरों ने हालात और खराब कर दिए हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि तापमान में यही तेजी बरकरार रही तो उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट बदलने जा रहा है। उत्तराखंड मौसम विभाग ने आज से प्रदेश के पहाड़ी जनपदों में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना जताई है। नैनीताल में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27 डिग्री व न्यूनतम 19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। राजधानी देहरादून में गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जो सामान्य से पांच प्रतिशत अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से दो अधिक है। मौसम विभाग के मुताबिक आज शुक्रवार से चार मई तक उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में हल्की से हल्की या कहीं हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान अनेक स्थानों में तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी और मैदानी क्षेत्रों में 39 से 40 डिग्री तो पर्वतीय क्षेत्रों में 27 से 29 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचने की संभावना है। शुक्रवार के लिए राज्य में सामान्य से अत्यंत अधिक तापमान का रेड अलर्ट भी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शुक्रवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। शेष जिलों में मौसम शुष्क व गर्म रहेगा। शनिवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में कुछ जगह हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं एक व दो मई को भी पर्वतीय जिलों में हल्की से मध्यम बारिश रहेगी। इसके बाद अगले दो दिनों में बारिश में वृद्धि का पूर्वानुमान लगाया गया है। मौसम निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 30 अप्रैल व एक मई को पर्वतीय जिलों में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि, बिजली चमकने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं को लेकर येलो अलर्ट है। एक मई को राज्य में एक ओर पश्चिमी विछोभ के उत्तर पश्चिम क्षेत्र से प्रभावी होने की पूर्वानुमान लगाया गया है। दून में 30 अप्रैल के बाद आसमान में बादलों की मौजूदगी बढ़ने का अनुमान है। हालांकि, तापमान पर इससे विशेष फर्क नहीं पड़ेगा। मौसम वैज्ञानिक बिक्रम सिंह के अनुसार पिछले 22 अप्रैल से दून में लगातार अधितम तापमान में वृद्धि हुई है। साथ ही यह लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है।