उत्तराखण्ड
सबसे सुंदर राजकुमारी प्रिंसेस डायना की सास एक दिन में चार बार करती थी भोजन
सबसे सुंदर राजकुमारी प्रिंसेस डायना की सास एक दिन में चार बार करती थी भोजन
सीएन, लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है। लेकिन उनका खानपान से लेकर पहनावे तक का अंदाज़ बेहद ख़ास था, महारानी केले भी चाकू कांटा से खाती थीं और ये उनका स्टाइल था. बता दें की राजघरने में शाही परिवार के लोग कैसे और क्या खाते थीं इसपर बहुत ध्यान दिया जाता था. महारानी एलिजाबेथ की रोज के खानपान की शाही बेहद खास थीं. अक्सर शाही लोगों के तौर-तरीके, उनके खाने-पीने का अंदाज जानने के लिए लोग बेहद उत्सुक रहते थीं. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को लेकर भी लोगों के मन में खास दिलचस्पी रहती है कि आखिर ब्रिटेन की महारानी क्या खाती थी या उनकी लम्बी उम्र का राज क्या था. शेफ डैरेन मैकग्राडी ने 1982 से 1993 तक बकिंघम पैलेस में रानी के प्रमुख शेफ के रूप में काम किया करते थे. 1993 से 1997 तक उन्होंने दिवंगत राजकुमारी डायना, प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी के लिए शेफ के रूप में काम किया था. उस समय में उन्होंने न केवल शाही परिवार के पसंदीदा खाद्य पदार्थों के बारे में बल्कि उन्हें खाने के तरीकों के बारे में भी बहुत जाना था. मैकग्राडी ने खुलासा किया था की महारानी अपने केले को चाकू और कांटे से खाती है और वह शाही परिवार की एकमात्र सदस्य नहीं थीं जो ऐसा करती थीं. पूर्व शेफ डैरेन मैकग्राडी के हवाले से खुलासा किया था कि महारानी खाने में क्या पसंद करती थीं. महारानी एक दिन में चार मील लेती थीं, उनकी डायट छोटी होती है. महारानी नाश्ता काफी हल्का करती थीं, जिसमें वो केवल एक कप चाय, कुछ बिस्किट और अनाज की दलिया खाती थीं. दोपहर के खाने के लिए वो पालक के साथ ग्रील्ड मछली और सलाद के साथ ग्रील्ड चिकन खाना भी पसंद करती थीं, क्योंकि उसमें कम कार्बोहाइड्रेट होता है. दोपहर खत्म होने तक वो एक चाय भी लेती थीं. महारानी कहीं भी हों उन्हें चाय जरूर चाहिए होती थी. महारानी की रसोई में 20 रसोइए थे. महारानी का हेड शेफ सप्ताह में दो बार महारानी को एक मेनू देता था, जिससे वो अपनी पसंद के अनुसार खाना चुनती थीं. महारानी मेनू सिस्टम के हिसाब से खाना चुनना पसंद करती थीं. महारानी के बारे में खास बात ये भी है कि अगर उन्हें खाना पसंद नहीं आता तो वो कभी भी सीधे ये नहीं कहती थीं कि उन्हें खाना पसंद नहीं आया, इसकी जगह वह कर्मचारियों के लिए एक नोटबुक में एक संदेश छोड़ देती थीं. यही वजह थी कि मेज पर एक छोटी सी किताब हमेशा रहती थी. खाने में चॉकलेट बेहद पसंद करती थीं, वहीं, महारानी वहीं महारानी के पसंदीदा खाने की बात करें तो महारानी को मोरेकंबे बे पॉटेड श्रिम्प बहुत पसंद था, जिसे एक सीक्रेट मक्खन में पकाया और मैरीनेट किया जाता था. फिर महारानी इस श्रिम्प को गर्म टोस्ट के साथ खाती थीं, इस टोस्ट पर महारानी वो सीक्रेट मक्खन लगाती थीं. हालांकि महारानी छोटे-छोटे डायट लेती थीं. इसके अलावा महारानी को खाने में चॉकलेट बेहद पसंद था. मैकग्राडी आगे ये भी कहते थीं कि जब भी महारानी के खाने के मेनू में कोई चॉकलेट की डिश डालो तो वो उसे जरूर खाना पसंद करती थीं. जिसमें वो चॉकलेट पाई खासा पसंद करती थीं. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 96 की उम्र में बहुत एक्टिव थीं और एनर्जी से लबरेज रखने में उनकी डाइट का बहुत बड़ा हाथ था. उनके खान-पान के लिए राजघराने में एक खास गाइड रखा गया थीं. महारानी दिन की शुरुआत अर्ल ग्रे चाय और कुछ बिस्कुट से करती थीं. नाश्ते में पसंदीदा अनाज, दही, टोस्ट और मुरब्बा उनका फेवरेट था. ‘बकिंघम पैलेस में डिनर’ नामक किताब में कहा गया था कि रानी को नाश्ते में मछली खाना भी पसंद थीं. जहां तक दोपहर के भोजन का सवाल था, वह पत्तेदार पालक या तोरी के साथ कुछ डोवर सोल पसंद करती थीं.