उत्तराखण्ड
ऑपरेशन सिंदूर उन महिलाओं का प्रतीक है जिन्होंने आतंकी हमले में अपने पतियों को खोया
ऑपरेशन सिंदूर उन महिलाओं का प्रतीक है जिन्होंने आतंकी हमले में अपने पतियों को खोया
सीएन, नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आतंकियों ने सिर्फ पुरुषों की हत्या की। इस आतंकी हमले में कई महिलाओं ने अपने पतियों को खो दिया। इस हमले का जवाब देने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। ये उन महिलाओं का प्रतीक है जिन्होंने आतंकी हमले में अपने पतियों को खोया है। भारत ने पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद समेत 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल से हमले से तबाह कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया का दावे के कुछ ही देर बाद भारत सरकार की ओर से भी हमले की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। हमले के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। भारतीय सेना ने इस बदले की कार्रवाई का नाम मिशन सिंदूर रखा है। इस ऑपरेशन का नाम पीएम मोदी ने खुद दिया। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के चीफ के साथ कई बैठक की थी। इन गुप्त बैठकों में पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया था कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने हमारी कई महिलाओं को विधवा किया और पुरुषों को मारकर सिंदूर हटाया है। हमें इसका जवाब देते हुए बड़ी कार्रवाई करनी है। पीएम ने इसी कारण इस सैन्य ऑपरेशन का नाम मिशन सिंदूर रखा। यह दिखाने के लिए कि देश महिलाओं की आबरू और सम्मान की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा। इस ऑपरेशन का नाम उन महिलाओं की क्षति को दर्शाता है जिनके साथी उनकी आंखों के सामने बेरहमी से मारे गए थे। भारतीय सेना द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में ऑपरेशन सिंदूर बड़े अक्षरों में लिखा है। सिंदूर में एक ओ सिंदूर की एक कटोरी है। इसका कुछ हिस्सा बह गया हैए जो उस निर्दयता का प्रतीक है जिसने 25 महिलाओं के जीवन साथी को छीन लिया। बता दें कि भारत ने मुजफ्फराबाद, कोटली और बहावलपुर में आतंकी ठिकानों पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। इस हमले में सभी आतंकवादी अड्डों को ताकतवर बमों से पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। इस हमले में लगभग 250 आतंकी और उनके परिजनों के मारे जाने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक भारत ने हमला 7 मई की रात 1.45 बजे के करीब किया। यह ऑपरेशन पूरी तरह गोपनीय रखा गया और अचानक हमला कर आतंकियों के कई अड्डों को नष्ट किया गया। भारत ने यह हमला अपनी सीमा के अंदर रहकर किया यानी किसी अंतरराष्ट्रीय नियम का उल्लंघन नहीं हुआ। भारतीय वायुसेना ने जिन आतंकवादी अड्डों को निशाना बनाया। इन इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग कैंप और अड्डे मौजूद थे। अब इन ठिकानों को मलबे में तब्दील कर दिया गया है। भारत ने ये कार्रवाई तब की है जब भारतीय वायुसेना पहले ही पहलगाम के दोषियों और साजिशकर्ताओं को सबक सिखाने के लिए आज पाकिस्तान सीमा पर बड़े पैमाने पर युद्ध अभ्यास करने जा रही है। इसमें राफेल, मिराज-2000, तेजस और सुखोई-30 जैसे सभी अग्रिम कतार के लड़ाकू विमान शामिल होंगे। वहीं देश के 259 संवेदनशील जिलों में नागरिक सुरक्षा परखने के लिए मॉक ड्रिल की गई।
