उत्तराखण्ड
पानी की तलाश में नदी किनारे पहुंचा दुर्लभ हिमालयी थार
सीएन, चमोली। जनपद चमोली के सीमांत जोशीमठ की अलकनन्दा घाटी इन दिनों गर्मी की तपिश से प्रचंड रूप में पहुंच गई है।पहाड़ो में फैली वनाग्नि का प्रभाव सीमांत क्षेत्र के प्राकृतिक जल स्रोतों पर साफ दिखाई दे रहा है ऊपरी हिमालयी क्षेत्र में ग्लोबल वार्मिंग से हिमखंड पिघल रहे हैं जिससे प्राकृतिक पेयजल के श्रोत भी सूख रहे।
दूसरी ओर जंगलों की आग से भी जल स्रोत,ताल पोखर सब सूख गए है जिसका असर मानव ही नहीं बल्कि पशु पक्षी और वन्यजीव जंतुओं पर साफ नजर आ रहा है।
जोशीमठ के उच्च हिमालयी क्षेत्र हनुमान चट्टी खिरों घाटी बदरीनाथ कम्पार्टमेन्ट में बढ़ती गरमी से दुर्लभ वन्य जीव हिमालयी थार व घुरड के झुंड पानी की तलाश में बदरीनाथ नेशनल हाईवे के पास हनुमान चट्टी अलकनन्दा नदी के किनारे निचले इलाकों में अपनी प्यास बुझाने पहुंच रहे है जो लोगो के आकर्षण का केंद्र बने हुए है। मालू हो कि हिमालयी थार अति दुर्लभ पशु घोषित किया गया है।