उत्तराखण्ड
लोकसभा चुनाव से पहले बज गई एनडीए के लिए खतरे की घंटी, विपक्षी गठबंधन का वोट प्रतिशत बढ़ा
लोकसभा चुनाव से पहले बज गई एनडीए के लिए खतरे की घंटी, विपक्षी गठबंधन का वोट प्रतिशत बढ़ा
सीएन, नई दिल्ली। 2024 का लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे-वैसे सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियां तेज करते जा रहे हैं। मिशन 2024 के लिए एनडीए बनाम इंडिया की लड़ाई तय दिख रही है। हालांकि, लोकसभा चुनाव के लिए सामने आ रहे सर्वे में सत्तारूढ़ एनडीए के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। टाइम्स नाउ नवभारत के सर्वे की माने तो एनडीए लगातार तीसरी बार सत्ता में तो आती दिख रही है लेकिन उसका वोट प्रतिशत 2019 के मुकाबले घटता दिख रहा है। अगर वोट शेयर की बात करें तो एनडीए और इंडिया के बीच की दूरी महज 2 फीसदी वोटों का रह गया है। हालांकि, अभी चुनाव में करीब 8 महीने का वक्त है। ऐसे में चीजें बदल सकती हैं लेकिन जिस तरीके से पूरे देश में विपक्षी गठबंधन इंडिया का वोट प्रतिशत बढ़ा है वो निश्चित तौर पर एनडीए के लिए खतरे की घंटी बजा चुका है। यही नहीं, कई वैसे राज्यों में भी बीजेपी या उसके सहयोगी दलों की सीटें घटती दिख रही है।गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा में चुनाव में एनडीए को कुल 353 सीटें मिली थी जिसमें बीजेपी को अकेले 303 सीटों पर जीत मिली थी। 2019 में यूपीए को 91 सीटें मिली थीं जबकि अन्य को 98 सीटों पर जीत मिली थी। सीटों के साथ-साथ एनडीए का वोट प्रतिशत भी घटता दिख रहा है। रिसर्च के साथ किए गए टाइम्स नाउ सर्वे में एडीए को 42.60 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं। वहीं इंडिया को 40.20 फीसदी वोट मिल रहे हैं। अगर 2019 की बात करें तो एनडीए को 45 फीसदी वोट मिले थे जिसमें अकेले 37फीसदी वोट बीजेपी को मिले थे। कांग्रेस को महज 19 फीसदी वोट मिले थे। यूपीए का वोट शेयर 30 फीसदी के करीब पहुंचा था। अगर वोट शेयर की बात करें तो एनडीए और इंडिया के बीच की दूरी महज 2 फीसदी वोटों का रह गया है। हालांकि, अभी चुनाव में करीब 8 महीने का वक्त है। ऐसे में चीजें बदल सकती हैं लेकिन जिस तरीके से पूरे देश में विपक्षी गठबंधन इंडिया का वोट प्रतिशत बढ़ा है वो निश्चित तौर पर एनडीए के लिए खतरे की घंटी बजा चुका है। यही नहीं, कई वैसे राज्यों में भी बीजेपी या उसके सहयोगी दलों की सीटें घटती दिख रही है।