उत्तरकाशी
मुखीमठ (मुखबा) से आज गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना
हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु, पर्यटक व सेना की बैंड धुन व स्थानीय गाजे बाजे रहे शामिल
सीएन, उत्तरकाशी। मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) से आज गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई है। माँ गंगा की डोली आज रात्रि विश्राम भैरव मंदिर (भैरवघाटी) में करेंगी व 3 मई को सुबह गंगोत्री धाम पहुंचेगी। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन पौराणिक परंपरा अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तय शुभ मुहूर्त पर 3 मई को विधिवत खुलेंगे। कपाट खोलने को मंदिर समिति के पदाधिकारियों एवं तीर्थ पुरोहितों सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। अब सिर्फ तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जहां गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ बेला पर दोपहर 12ः35 बजे सादगीपूर्ण ढंग से गंगोत्री धाम के कपाट दर्शनाथ के लिये खोल दिए जाएंगे। गंगा विचार मंच उत्तराखंड के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि हज़ारों की संख्या में श्रद्धालुओं, पर्यटकों व सेना की बैंड धुन व स्थानीय गाजे बाजों के साथ गंगा जी पैदल ही गंगोत्री के लिये निकल पड़ीं हैं। आज माँ गंगा जी की उत्सव यात्रा भैरों घाटी में विश्राम करेंगी। कल 3 मई को अपने मुख्य मंदिर गंगोत्री में विराजमान होंगी।