उत्तराखण्ड
उत्तराखंड : फेसलेस चालान सिस्टम को किया जाएगा लागू, कड़ाई से लागू होंगे नियम
उत्तराखंड: फेसलेस चालान सिस्टम को किया जाएगा लागू, कड़ाई से लागू होंगे नियम
सीएन, देहरादून। उत्तराखंड में बाहर से आने वाले सैलानियों को नियम का पालन कड़ाई से करना होगा। अगर आपने नियमों की अनदेखी तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। सरकार की ओर से फेसलेस चालान सिस्टम को लागू किया जा रहा है। ट्रैफिक सिग्नल को एएनपीआर और आरएलवीडी सिस्टम अपग्रेड किया गया है। उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों के लिए अब नियमों में बदलाव किया जाएगा। 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा की शुरुआत के एक माह पूरे हो चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश के तमाम हिल स्टेशन और धार्मिक स्थलों पर लोगों की भीड़ दिख रही है। इस प्रकार की स्थिति को लेकर अब उत्तराखंड सरकार ने कई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है। भीड़ नियंत्रण और नियमों के पालन पर जोर दिया जा रहा है। उत्तराखंड की मुख्य सचिव ने अहम बैठक कर अधिकारियों को दिशा.निर्देश जारी किए। उत्तराखंड सरकार ने फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने का निर्णय लिया गया है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने परिवहन विभाग से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के बाद हुए डेथ ऑडिट के बाद उठाए गए सुधारात्मक कदमों की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने पूरी तरह से फेसलेस चालान सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिए है। राधा रतूड़ी ने पूरी राज्य सीमा एवं सभी मुख्य मार्गों पर एएनपीआर कैमरों के साथ ही शहरों में ड्रोन कैमरों से ट्रैफिक व्यवस्था की मॉनिटरिंग एवं चालान के निर्देश दिए हैं। सीएस ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में सप्ताह में एक दिन बच्चों को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्रैफिक सिगनल को एएनपीआर तथा आरएलवीडी सिस्टम से अपग्रेड करने के निर्देश दिए हैं। सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा कोष प्रबंध समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करने बनाने पर जोर दिया गया। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दोपहिया वाहनों पर पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट पहनने एवं फोर व्हीलर में सभी के लिए सीट बेल्ट के नियम को सख्ती से लागू करवाने के निर्देश दिए हैं। रोड सेफ्टी की महत्वपूर्ण बैठक में राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था को हाईटेक एवं अपडेट करने के लिए मुख्य सचिव ने सभी 13 जिलों में ड्रोन सेवाओं की व्यवस्था बेहतर बनाई जा रही है। ट्रैफिक सिग्नल को एएनपीआर एवं आरएलवीडी सिस्टम से इंटीग्रेट और अपडेट करने पर जोर दिया गया है। हाई टेक मोटर बाईक, कैमरों के साथ राडार स्पीड साइन बोर्ड, डिजिटल स्पीड साइन बोर्ड एवं वेरिएबल मेसेज डिस्पले बोर्ड लगाने, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए बॉडी वॉर्न कैमरा, एल्कोमीटर.ब्रीथ एनालाइजर, पोर्टेबल साउंड सिस्टम जैसे आधुनिकतम टेक्नोलॉजी सिस्टम को लागू करने की वित्तीय एवं सैद्धान्तिक स्वीकृति दी है। राधा रतूड़ी ने परिवहन एवं पुलिस विभाग को सड़क सुरक्षा एवं यातायात जागरूकता पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए अधिक से अधिक सोशल मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जीरो एक्सीडेंट राज्य के विजन के साथ कार्य करने की सख्त हिदायत देते हुए मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए सुरक्षात्मक कार्यों के तहत क्रैश बैरियर लगाए रोड डेलीनेटर एवं कैट आई, ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य करने, पैरापिट एवं कॉशनरी साइन बोर्ड, रोड फर्नीचर रोड मार्किंग आदि कार्यों की वित्तीय एवं सैद्धान्तिक स्वीकृति दी। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने हिट एंड रन तथा गुड़ सेमेरिटन के व्यापक प्रचार.प्रसार के निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के मागों पर वैज्ञानिक तरीके से गति सीमा के निर्धारण की कार्ययोजना पर तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले वर्ष 67 गुड सेमेरिटन को 10 लाख की धनराशि आवंटित की गई है। वर्ष 2024-26 में गुड़ सेमेरिटन योजना के लिए 10 लाख की धनराशि प्रस्तावित है। दरअसल गुड समेरिटन को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखंड में सड़क परिवन और राजमार्ग मंत्रालजय की गुड समेरिटन स्कीम को विभागीय स्तर पर लागू किया गया है। इसमें गुड समेरिटन को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र दिया जाता है।