उत्तराखण्ड
यूसीसी से उत्तराखण्ड का क्या हित होगा, सरकार स्पष्ट करे : उत्तराखण्ड लोक वाहिनी
यूसीसी से उत्तराखण्ड का क्या हित होगा, सरकार स्पष्ट करे : उत्तराखण्ड लोक वाहिनी
सीएन, अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड लोक वाहिनी की बैठक उलोवा के अध्यक्ष राजीव लोचन साह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में उत्तराखंड मे लागू यूसीसी यानी समान नागरिकता कानून पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा गया कि इससे पर्वतीय राज्य उत्तराखंड का क्या हित होगा। इसके प्रावधानों पर सरकार से मांग की गई कि वह मंतव्य को स्पष्ट करें, जैसा कि कहा जा रहा है कि यूसीसी में यह कानून बनाया गया है कि यदि कोई व्यक्ति उत्तराखंड मे एक वर्ष तक निवास करता है तो वह राज्य का स्थाई निवासी बन जायेगा। यह उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बदलने वाला व मूल निवासियों के हितों को समाप्त करने वाला प्रावधान है, जैसा कि स्पष्ट है कि उत्तराखंड के मैदानी जनपदों में पिछले दस सालों में जनसंख्या दोगुनी हो गई है। जिससे पहाड़ की विधानसभा सीटों पर प्रभाव पड़ना तय है। वही मैदानी जनपद के मूल निवासियों के हक भी प्रभावित होंगे। वाहिनी ने कहा है कि उत्तराखंड सरकार पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के प्रति उपेक्षित रवैया अपना रही है, जिस कारण राज्य के पहाड़ो से अनवरत पलायन जारी है राज्य की प्रबल अवधारणा के अनुरूप गैरसैंण राजधानी नही बन पाई है। दूसरी ओर हरिद्वार व उधमसिंह नगर जनपद में जनसंख्या घनत्व तेजी से बढ रही है, पहाड़ों में भी बाहरी प्रदेशों के लोग अब धार्मिक प्रयोजन के नाम पर जमीन खरीद कर, जमीनों की लूट मचा रहे है। राज्य सरकार भू कानून की बात कर रही है, पर कैसा भू कानून व कब तक ला रही है, इसे भी स्पष्ट किया जाना चाहिये। हरिद्वार जनपद में पूर्व व वर्तमान जनप्रतिनिधियों के बीच जो गैंगवार छिड़ी है यह पर्वतीय राज्य की संस्कृति के अनुरूप नही है। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा पहाड़ों में नशाखोरी पर प्रभावी नियंत्रण करने के बजाय शराब की दुकानों में भारी वृद्धि करना दुखद है, वही बच्चों में ड्रग्स की प्रवृत्ति का बढ़ना भी युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ है। पूर्व में वाहिनी राज्य में नशा नहीं रोजगार दो आंदोलन चला चुकी है। बैठक में यह भी तय किया गया कि आगामी चार फरवरी को डा. शमशेर सिंह बिष्ट की जयंती पर एक संगोष्ठी की जायेगी। बैठक का संचालन पूरन चन्द्र तिवारी ने किया। बैठक में अजय मित्र बिष्ट, बिशन दत्त जोशी, वाहिनी के उपाध्यक्ष जंग बहादुर थापा, अजय मेहता, दयाकृष्ण काण्डपाल आदि मौजूद रहे।