उत्तर प्रदेश
यमुना नदी से डॉल्फिन का शिकार करने के मामले में एक गिरफ्तार
यमुना नदी से डॉल्फिन का शिकार करने के मामले में एक गिरफ्तार
सीएन, कौशांबी। उत्तर प्रदेश के कौशांबी में यमुना नदी के किनारे मछली पकड़ने के दौरान मछुआरों ने डॉल्फिन का शिकार किया। इसके बाद गांव ले जाकर उसे अपना निवाला बनाया। वन विभाग की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने पांच में से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यमुना ने शिकार कर ले जाते हुए डॉल्फिन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। डॉल्फिन को कंधे पर लादकर ले जाने का फोटो सामने आने के बाद वन विभाग हरकत में आया। वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर पांच मछुआरों के खिलाफ केस दर्ज कराया हैं। पुलिस ने मामले में भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दिया है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। चायल रेंज के वन रेंजर रवींद्र कुमार ने पिपरी थाना पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि 22 जुलाई को कुछ मछुआरे मछली पकड़ रहे थे। इस दौरान उन लोगों ने अपने जाल में वन्य संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत अनुसूची 1 के भाग 5/8 घ में वर्णित गैजेटिक डॉल्फिन (प्लैटनिस्ता गैजिटिका) को फंसा लिया। आरोपी उसका शिकार कर नदी से बाहर ले आए और उसे अपना निवाला भी बना लिया। वन विभाग को मामले की जानकारी तब हुई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वीडियो वायरल होते ही वन विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही चायल रेंज के रेंजर रवींद्र कुमार व बीट प्रभारी वन दरोगा राम प्रकाश रावत नसीरपुर गांव पहुंचे। जांच के बाद वन टीम ने आरोपियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 50, 51(1) के तहत थाना पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया है। मामले में अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर ने बताया कि थाना पिपरी क्षेत्र का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लोग डॉल्फिन को ले जाते दिख रहे हैं।