मौसम
पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश से लोग ठिठुरे, नैनीताल में बर्फवारी का इंतजार
पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश से लोग ठिठुरे, नैनीताल में बर्फवारी का इंतजार
देहरादून/नैनीताल। क्रिसमस और नए साल से पहले हिमाचल, उत्तराखंड में हुई बर्फबारी और बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। उधर जम्मू-कश्मीर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बारिश और बर्फबारी नई ऊर्जा लेकर आई है, सैलानियों और व्यवसायियों को लंबे समय से इस मौसम का इंतजार था। उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सोमवार को पर्वतीय जिलों में हुई भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और टिहरी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में खूब बर्फबारी हुई है। चमोली के नीति घाटी में चट्टानों से गिर रहा पानी जमा हुआ है बह रही नदी भी धीरे-धीरे बर्फ की चादर में जम रही हैए तो चकराता के लोखंडी में भी सफेद चादर छा गयी है, सैलानी बर्फ का मजा ले रहे हैं। साल 2024 के अंतिम हफ्ते में उत्तराखंड के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी ने सैलानियों, किसानों और व्यवसायियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के चलते पर्यटकों का रुख पर्यटकों स्थलों पर हो गया है। इधर कुमाउ के नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा में अभी बर्फवारी का इंतजार किया जाता रहा है। हजारों की संख्या में सैलानी भी पहुंच गये है। देहरादून जनपद के चकराता और मसूरी में भी सीजन का दूसरा हिमपात हुआ है। इस बर्फबारी से पहाड़ों की खूबसूरती तो बढ़ गई है, लेकिन मैदानी इलाकों में शीतलहर चलने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। बर्फबारी के कारण प्रदेश के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। नैनीताल में न्यूनतम तापमान 8 और अधिकतम 4 डिग्री रहा। बदरीनाथ में न्यूनतम तापमान .8 और अधिकतम .3 डिग्री रहा। नीति घाटी में अधिकतम 11 और न्यूनतम 6 डिग्री, गंगोत्री में 19 तो केदारनाथ में 11 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश के पर्वतीय जिलों में आज भी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। देहरादून के पर्वतीय इलाकों समेत उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे घर से निकलते समय गर्म कपड़े पहनें और सावधानी बरतें। पहाड़ी क्षेत्रों में जाने वाले पर्यटकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।