मौसम
इस बार मानसून के देरी से विदा होने की संभावना
सीएन, देहरादून।भले ही बीते कुछ दिनों से बारिश से राहत मिली हो, लेकिन मानसून के बादलों के बरसने का अभी एक और मौका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, इस बार मानसून के देरी से विदा होने की संभावना है, ऐसे में सितंबर में प्रदेश के अधिकतर जिलों में कई दौर की बारिश होने की आशंका हैं.मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, इस बार बंगाल की खाड़ी में मजबूत सिस्टम नहीं बना। जिसके चलते राज्य में बारिश कम हुई। अगस्त में ही प्रदेशभर में सामान्य से आठ फीसदी कम बारिश हुई है। इस साल मानसून ने पांच दिन की देरी से उत्तराखंड में दस्तक दी थी और अब मानसून के देरी से ही विदा होने के आसार हैं। आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड से मानसून 30 सितंबर को विदा लेता है, लेकिन इस बार यह अक्तूबर के पहले सप्ताह में विदा हो सकता है। अगले सप्ताह छह से आठ सितंबर तक राज्य के अधिकतर जिलों में बारिश होने के आसार है। हालांकि तेज बारिश नहीं होगी। रही बात मानसून विदाई की तो बीते दो सालों से मानसून कुछ दिनों की देरी से विदा हो रहा है। इस बार भी मानसून के विदा होने में कुछ दिन देरी हो सकती है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह, का कहना है कि सितंबर की शुरुआत में ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक आने वाले दिनों में भी उमस भरी गर्मी होने की बात कर रहे हैं। शनिवार को दून का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। हालांकि शाम करीब चार बजे शहर के कुछ इलाकों में हुई बारिश से राहत मिली। रविवार को भी शहर का अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिले के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन पांचों जिलों में तेज गर्जन और बिजली चमकने के साथ कई दौर की बौछार वाली बारिश हो सकती है। हालांकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा।