अंतरराष्ट्रीय
एके.47 राइफल अब बनी इतिहास, रूस लेकर आया ऐसी राइफल पूरी दुनिया में मच गया है हड़कंप
एके.47 राइफल अब बनी इतिहास, रूस लेकर आया ऐसी राइफल पूरी दुनिया में मच गया है हड़कंप
सीएन, नईदिल्ली। यह राइफल एके-47 का उन्नत विकल्प मानी जा रही है और भारत समेत कई देशों की सेनाएं इसकी क्षमताओं पर नजर रखे हुए हैं। इसे आधुनिक युद्ध की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। रूसी हथियार निर्माता कंपनी कलाश्निकोव कंसर्न ने अपनी नई अत्याधुनिक असॉल्ट राइफल एके.308 को आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। यह राइफल कलाश्निकोव की प्रसिद्ध एके 12 राइफल के अनुभव और यूक्रेन युद्ध के दौरान मिले फीडबैक के आधार पर तैयार की गई है। कंपनी का उद्देश्य इस राइफल को न केवल घरेलू सैन्य इस्तेमाल के लिए बेहतर बनाना है बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी एक शक्तिशाली विकल्प के रूप में पेश करना है। एके.308 को सबसे पहले 2018 में आर्मी.2018 एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था। इसका डिजाइन एके.103 और एके.12 जैसे पुराने लेकिन लोकप्रिय मॉडलों से प्रेरित है। इस नई राइफल में कई अत्याधुनिक फीचर्स जोड़े गए हैं, जिससे यह एक आधुनिक युद्ध राइफल की श्रेणी में फिट बैठती है। एके-308 राइफल को खासतौर पर बेहतर पकड़ और नियंत्रण के लिए डिजाइन किया गया है, खासकर शहरी युद्ध के दौरान सैनिकों को अधिक स्थिरता देने के लिए। इसमें एक्सटेंडेड फोरेंड, फोल्डेबल और एडजस्टेबल बटस्टॉक और चीक रेस्ट जैसी विशेषताएं शामिल हैं जो अलग-अलग वातावरण और सैनिकों की शारीरिक बनावट के अनुसार अनुकूल बनाती हैं। राइफल में पिकेटिनी रेल सिस्टम दिया गया है, जिससे आधुनिक रेड डॉट साइट, थर्मल इमेजिंग डिवाइस और अन्य ऑप्टिक्स आसानी से जोड़े जा सकते हैं। यह सुविधा आज के युद्धक्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए दी गई है।
