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भूकंप ने अफगानिस्तान ने भयंकर तबाही मचाई, 155 लोगों की मौत

रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.1 मापी, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के दक्षिणपूर्व
सीएन, नई दिल्ली।
भूकंप ने अफगानिस्तान ने भयंकर तबाही मचाई है। सुबह-सुबह आए भूकंप में वहां 155 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। भूकंप के ये झटके पाकिस्तान में भी महसूस किये गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के दक्षिणपूर्व में था। भूकंप की अधिकमत तीव्रता अब तक तय नहीं हो पाई है। हालांकि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है। अफगानिस्तान में आया भूकंप इससे कुछ ही कम तीव्रता वाला था। भूकंप के झटके वहां इस्लामाबाद समेत बाकी शहरों में भी महसूस हुए। सोशल मीडिया पर भी लोग भूकंप की बातें कर रहे हैं। लोगों ने लिखा कि भूकंप के ये झटके कुछ सेकेंड तक महसूस हुए थे। लेकिन इसकी वजह से लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे थे। इससे पहले शुक्रवार को भी पाकिस्तान में भूकंप आया था। तब इस्लामाबाद, पेशावर, रावलपिंडी और मुल्तान में ये झटके महसूस हुए थे। ये झटके फैसलाबाद, एबटाबाद, स्वात, बुनेर, कोहाट और मलकांडी में भी महसूस हुए।
भूकंप आने के पीछे क्या वजह
भूकम्प या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूकम्प बहुत हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को गिराकर चोट पहुँचाने से लेकर पूरे नगर को ध्वस्त कर सकने की इसमें क्षमता होती है।
भूकंप का मापन भूकम्पमापी यंत्र से किया जाता है, जिसे सीस्मोग्राफ कहा जाता है। एक भूकंप का आघूर्ण परिमाण मापक्रम पारंपरिक रूप से नापा जाता है, या सम्बंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है। 3 या उस से कम रिक्टर परिमाण की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है, जबकि 7 रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्रों में गंभीर क्षति का कारण होता है। झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है। पृथ्वी की सतह पर, भूकंप अपने आप को, भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट करता है। जब एक बड़ा भूकंप उपरिकेंद्र अपतटीय स्थिति में होता है, यह समुद्र के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है, जो सूनामी का कारण है। भूकंप के झटके कभी-कभी भूस्खलन और ज्वालामुखी गतिविधियों को भी पैदा कर सकते हैं। सर्वाधिक सामान्य अर्थ में, किसी भी सीस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए भूकंप शब्द का प्रयोग किया जाता है, एक प्राकृतिक घटना या मनुष्यों के कारण हुई कोई घटना-जो सीस्मिक तरंगों ) को उत्पन्न करती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं, भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यतः गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय परिक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं। भूकंप के उत्पन्न होने का प्रारंभिक बिन्दु केन्द्र या हाईपो सेंटर कहलाता है। शब्द उपरिकेंद्र का अर्थ है, भूमि के स्तर पर ठीक इसके ऊपर का बिन्दु।

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