अंतरराष्ट्रीय
पहले टेस्ला की कार बिकेगी, फिर प्लांट लगाएंगे, भारत के लिए एलन की शर्त
ऑटोमोटिव इंडस्ट्री : टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर एलन मस्क ने किया जरूरी ट्वीट
सीएन, नईदिल्ली। लंबे समय से ये बातें मीडिया और ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में चल रही है कि टेस्ला भारत में एंट्री करने वाली है। इस बात पर सारा मामला साफ किया है टेस्ला के एलन मस्क ने, उन्होंने 27 मई को ट्वीटर के माध्यम से ये कहा है कि टेस्ला ऐसी किसी जगह पर प्रोडक्शन प्लांट शुरू नहीं करने वाली जहां उन्हें पहले कार बेचने और उनकी सर्विस उपलब्ध कराने की अनुमति ना हो। एक ट्विटर यूजर के सवाल का जवाब देते हुए एलन मस्क ने ये बात कही है जिसमें टेस्ला के भारत में प्रोडक्शन प्लांट खोलने पर सवाल पूछा गया था। अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला लंबे समय से इंपोर्टेड वाहनों पर एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग कर रही है, इसे लेकर कंपनी ने ये हवाला दिया है कि भारत में लगने वाली एक्साइज ड्यूटी दुनिया में सबसे ज्यादा है। इस मांग के जवाब में केंद्र सरकार ने टेस्ला के बॉस एलन मस्क को भारत में प्रोडक्शन प्लांट स्थापित करने को कहा है। यहां तक कि सरकार ने टेस्ला और ऐसी बाकी कंपनियों की मांग बिल्कुल साफ है, भारत की उत्पादन क्षमताओं को बेहतर बनाने में निवेश करें। टेस्ला भारत में फिलहाल अपने विदेशी प्लांट से टेस्ला कारें आयात करके ग्राहकों का दायरा बढ़ाने का सोच रही है, इसके लिए कंपनी चीन और अमेरिका में बने प्लांट से गाड़ियां इंपोर्ट करेगी। यहां मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोलना तो दूर, एलन मस्क सरकार से आयात कर घटाने की मांग भी कर रहे हैं। इस बात पर भारत में विपक्ष ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं और उनका कहना है कि इस तरह के कदम उठाने पर भारत में निवेश और उत्पादन में गिरावट देखने को मिल सकती है। आपको बता दें कि भारत सरकार एलन मस्क को भारत में टेस्ला के प्लांट लगाने पर जोर दे रही है। बीते दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि टेस्ला भारत में अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाती है, तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन कंपनी को चीन से कारों का आयात नहीं करना चाहिए। वहीं, टेस्ला चाहती है कि वह भारत में पहले आयातित कारों की बिक्री करे। इसके लिए कंपनी भारत सरकार से आयात शुल्क कम करने की भी मांग कर रही है। एलन मस्क ने भारत में स्टारलिंक के भविष्य को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि स्टारलिंक को सरकार की मंजूरी का इंतजार है। बता दें कि स्टारलिंक भारत में उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाएं देने की तैयारी में है। यह एलन मस्क की अगुवाई वाली स्पेसएक्स की उपग्रह ब्रॉडबैंड इकाई है। बीते दिनों भारत सरकार ने स्टारलिंक के खिलाफ एडवाइजरी भी जारी की थी। इस एडवाइजरी में बताया गया था कि स्टारलिंक इंटरनेट सर्विसेज के पास भारत में उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाएं देने का लाइसेंस नहीं है।