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मालदीव में तैनात हैं भारतीय सैनिक, जिसे हटाना चाहते हैं चीन समर्थक नए राष्ट्रपति

मालदीव में तैनात हैं भारतीय सैनिक, जिसे हटाना चाहते हैं चीन समर्थक नए राष्ट्रपति
सीएन, माले।
चीन के करीबी माने जाने वाले मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजू ने गद्दी संभालते ही रंग दिखाना शुरू कर दिया है। मुइजू ने ऐलान किया है वह मालदीव से भारतीय सैनिकों को हटाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों ने बता दिया है कि मालदीव के लोग यहां विदेशी सेना की मौजूदगी नहीं चाहते हैं। मैं अपने नागरिकों की इच्छा का सम्मान करूंगा। विदेशी सैनिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव में मुईज की जीत को नई दिल्ली के लिए एक झटका माना जा रहा है। शनिवार को हुए दूसरे राउंड के चुनावों में मुईज ने भारत के करीबी माने जाने वाले राष्ट्रपति इब्राहिम महोम्मद सोलिह को हरा दिया। मुईज और उनकी पार्टी पीपल्स कांग्रेस खुले रूप से चीन के समर्थक हैं। मुईज 2018 में राष्ट्रपति बनने वाले सोलिह पर लगातार आरोप लगा रहे थे कि उन्होंने देश में भारत को खुली छूट दे रखी है। बीते साल भर से राजधानी माले के मेयर मुईज इंडिया आउट का अभियान छेड़े हुए थे। वहीं सोलिह लगातार कहते रहे कि मालदीव में भारतीय सेना सिर्फ एक डॉकयार्ड बनाने के लिए तैनात है। डॉकयार्ड दो देशों की सरकारों के समझौते से बन रहा है और यह मालदीव की संप्रभुता का उल्लंघन नहीं करता है। सोलिह से पहले 2013 से 2018 तक मालदीव के राष्ट्रपति रहे अब्दुल्ला यामीन भी चीन के करीबी माने जाते हैं। पीपल्स नेशनल कांग्रेस के नेता यामीन के कार्यकाल में मालदीव चीन के बेल्ट एंड रोड अभियान का हिस्सा बना। इस अभियान के तहत चीन एशिया, अफ्रीका और यूरोप में बंदरगाह, रेल नेटवर्क और हाइवे बना रहा है। राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान यामीन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे और उन्हें जेल की सजा सुनाई गई। अब यामीन के राजनीतिक शिष्य कहे जाने वाले मुईज सत्ता संभालने जा रहे हैं। मुईज के 17 नवंबर को पद ग्रहण करने से पहले, यामीन को जेल से निकालकर नजरबंदी में शिफ्ट कर दिया गया है।
मालदीव में क्यों तैनात हैं भारतीय सैनिक
मोहम्मद मुइजू से पहले इब्राहिम मोहम्मद सोलिह मालदीव के राष्ट्रपति थे। उनके कार्यकाल में भारत.मालदीव काफी करीब आए। भारत का प्रभुत्व बढ़ा। भारत ने न सिर्फ मालदीव में अच्छा.खासा निवेश किया बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर तमाम चीजें डेवलप करने में मदद की। 2 हेलीकॉप्टर और एक डोनियर एयरक्राफ्ट भी डोनेट किया। जो इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज, रेस्क्यू और समुद्र की निगरानी और पैट्रोलिंग के काम आते हैं। मालदीव में जो भारतीय सैनिक तैनात हैं, वो इन्हीं इन्हीं हेलीकॉप्टर.एयरक्राफ्ट को मेंटेन और ऑपरेट करने के लिए वहां तैनात हैं।

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