अंतरराष्ट्रीय
यूक्रेन से जंग में हर दिन 15 खरब रुपये खर्च कर रहा रूस
पुतिन का युद्ध क्रेमलिन के अति आत्मविश्वास और खराब योजना की भेंट चढ़ा
सीएन, नईदिल्ली। रूस के लिए यूक्रेन के खिलाफ जंग आसान नहीं होने वाली है। खुफिया सूत्रों ने दावा किया है कि यूक्रेन के साथ व्लादिमीर पुतिन का युद्ध क्रेमलिन के अति आत्मविश्वास और खराब सामरिक योजना की भेंट चढ़ जाएगा। इसके अलावा अपने देश के अस्तित्व के लिए लड़ने वाले यूक्रेनियन जवान रूस के आगे आसानी से घुटने टेकने को तैयार नहीं हैं। शनिवार को एक वीडियो सामने आया जिसमें यूक्रेन की सेना ने कथिततौर पर राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए बढ़ रहे रूसी वाहनों को सफलतापूर्वक खदेड़ दिया। वीडियो में यूक्रेन के दक्षिण में खेरसॉन के पास जेड-चिह्न वाले तबाह हो चुके रूसी काफिले को दिखाया गया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि अब तक रूस के लगभग 2,800 सैनिक, 80 टैंक, 516 बख्तरबंद वाहन और 10 हवाई जहाजों और सात हेलीकॉप्टर मार गिराए हैं।
काम नहीं कर रहा पुतिन का वार प्लान?
डेलीमेल यूके की रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि रूस को यूक्रेन पर अपने आक्रमण में अपेक्षा से अधिक प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारी ने कहा कि कीव पर बढ़त हासिल करने के साथ ही रूस ने इस लड़ाई में कुछ गति खो दी है।वहीं यूरोपीय देश एस्टोनिया के पूर्व रक्षा प्रमुख रिहो टेरास ने दावा किया है कि पुतिन का वार प्लान काम नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पुतिन की जो युद्ध योजना है वो जल्द ही धराशायी हो जाएगी क्योंकि रूस के पास पैसे नहीं बचेंगे। टेरास ने दावा किया कि रूस तेजी से पैसे खर्च कर रहा है और जल्द ही उसके पास हथियारों की कमी हो जाएगी। यही नहीं, उन्होंने ये भी कहा कि अगर यूक्रेनी सेना रूसियों को 10 दिनों तक और रोके रही तो, पुतिन को वलोडिमिर जेंलेंस्की की सरकार के साथ बातचीत के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
गुस्से में हैं पुतिन, योजना के मुताबिक नहीं जा रही जंग?
डेलीमेल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पुतिन ने कथित तौर पर यूराल पर्वत में एक बंकर में कुलीन वर्गों के साथ एक बैठक बुलाई है। दावा किया जा रहा है कि इस बैठक में पुतिन गुस्से में दिखे और उन्होंने कहा कि उन्हें लगा कि युद्ध ‘आसान’ होगा और सब कुछ एक से चार दिनों में हो जाएगा। यूक्रेन के खुफिया सूत्रों का हवाला देते हुए, टेरास ने दावा किया कि युद्ध में रूस को प्रति दिन लगभग 15 बिलियन पाउंड (करीब 15 खरब रुपये) की लागत आ रही है, और उनके पास अधिकतम तीन से चार दिनों के लिए रॉकेट बचे हैं, जिसका वे संयम से इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्या है पुतिन का इरादा
उन्होंने दावा किया कि पुतिन की योजना देश को डराने और आवासीय भवनों पर मिसाइलों से हमला करके यूक्रेनियन को भड़काने की है। टेरास ने यह भी आरोप लगाया कि 18 फरवरी से रूसी विशेष अभियान कीव के पास चल रहा है, और उन्होंने राजधानी को तेजी से जब्त करने और कठपुतली शासन स्थापित करने की योजना बनाई थी। हालांकि, ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हेप्पी ने उन रिपोर्ट पर संदेह व्यक्त किया जिनमें कहा गया है कि रूस यूक्रेन की राजधानी पर कब्जा जमाने के करीब है। ब्रिटिश मंत्री ने कहा कि लगभग 150,000 लोगों का शहर अभी भी यूक्रेनी हाथों में था और राजधानी में लड़ाई तेज हो सकती है।
यूक्रेन और रूस के अब तक कितने लोग मारे गए?
यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रूसी हमले में 198 लोग मारे गए हैं और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं। विक्टर ल्याशको ने कहा कि मारे गए लोगों में तीन बच्चे भी थे। हालांकि उनके बयान से यह स्पष्ट नहीं था कि हताहतों में सैन्य और नागरिक शामिल थे या नहीं। उन्होंने कहा कि रूसी आक्रमण में 33 बच्चों सहित अन्य 1,115 लोग घायल हुए हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने शनिवार को दावा किया कि मॉस्को के हमले की शुरुआत के बाद से, उसकी सेना ने 821 यूक्रेनी सैन्य सुविधाओं, 87 टैंकों और अन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।
कोनाशेनकोव ने यह नहीं बताया कि कितने यूक्रेनी सैनिक मारे गए और रूसी पक्ष में किसी के हताहत होने का भी उल्लेख नहीं किया। हालांकि दोनों देशों के किसी भी दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि की जा सकती है।