अंतरराष्ट्रीय
अचानक कांपने लगा चंद्रयान-3 का रोवर, चांद से बहुत काम की जानकारी भेजी
अचानक कांपने लगा चंद्रयान-3 का रोवर, चांद से बहुत काम की जानकारी भेजी
सीएन, बंगलुरू। 1 सितंबर चंद्रयान.3 के विक्रम लैंडर ने चांद पर एक प्राकृतिक भूकंप का पता लगाया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 31 अगस्त को इसकी जानकारी दी। विक्रम लैंडर चांद की सतह से लगातार जानकारियां जुटा रहा है। विक्रम लैंडर के सीसमिक एक्टिविटी का पता लगाने वाले इक्विपमेंट ने वाइब्रेशंस भी रिकॉर्ड किए हैं। जो कि प्रज्ञान रोवर और बाकी पेलोड्स की गतिविधियों के कारण चांद की सतह पर हो रहे हैं। ट्विटर पर एक पोस्ट में इसरो ने बताया, चंद्रयान.3 के लैंडर पर इंस्ट्रयूमेंट फॉर लूनार सीसमिक एक्टिविटी पैलोड, जो कि चांद पर गया पहला माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम टैक्नलॉजी पर आधारित इंस्ट्रयूमेंट है, उसने रोवर और बाकी पैलोड्स की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया है। इसरो के मुताबिक पैलोड का काम प्राकृतिक भूकंप और उसके प्रभावों और कृत्रिम घटनाओं से चांद की सतह पर होने वाले वाइब्रेशंस को मापना है। इसे बेंगलुरु की लैबोरेटरी फॉर इलेक्ट्रो.ऑप्टिक्स सिस्टम ने बनाया है और इसमें 6 हाई.सेंसिटिविटी एक्सेलेरोमीटर का एक समूह शामिल है। इन्हें सिलिकॉन माइक्रोमशीनिंग की प्रक्रिया के ज़रिए भारत में ही बनाया गया है। चंद्रयान.3 मिशन के ज़रिए भारत 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में लैंड करने वाला पहला देश बना। इसके साथ ही चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड करने वाला चौथा देश भी बना। तब से रोवर अलग.अलग जानकारियां भेज रहा है। प्रज्ञान रोवर ने 31 अगस्त को बताया था कि चांद के दक्षिणी ध्रुव इलाके में सल्फर और कई अन्य तत्व मौजूद हैं। इसकी पुष्टि प्रज्ञान रोवर के लेज़र इंड्यूस्ड ब्रेकडॉउन स्पेक्ट्रोस्कोप ने की थी। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर तत्वों के बारे में पता लगाने वाला यह पहला इन.साइटू माप हैं इसरो ने इसका एक वीडियो भी ट्विटर पर पोस्ट किया र्है इसमें प्रज्ञान चांद की सतह पर कैसे काम कर रहा है, ये दिखाया गया है।