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इस बार हमास को जड़ से मिटा देंगे, इजरायल-फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद

इस बार हमास को जड़ से मिटा देंगे, इजरायल-फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
सीएन, जेरूसलम।
इजरायल में फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास के हमले से 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।इनमें 73 सैनिक भी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 800 इजरायलियों की मौत हो चुकी है। वहीं 2100 से ज्यादा घायल हैं। इजरायल की तरफ से गाजा में हुई एयर स्ट्राइक से 560 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, 2000 से ज्यादा घायल हैं।शनिवार सुबह इजरायल में हुए धमाके ने 50 साल पुरानी दर्दनाक यादें ताजा कर दीं। योम किप्पुर के युद्ध में भी कुछ इसी तरह हुआ था। इजरायली डिफेंस फोर्स के स्पोक्सपर्सन ने कहां हमास को हम जड़ से मिटा देंगे। साथ ही ये भी सुनिश्चित करेंगे कि जंग के बाद हमास के पास कोई मिलिट्री केपेबिलिटी और गाजा को गवर्न करने की क्षमता न रहे। इजरायल ने हमास से लड़ने के लिए गाजा के पास एक लाख अतिरिक्त सैनिकों को भेजा है। इधर अमेरिका भी इजरायल की मदद के लिए आगे आया है और मिलिट्री सपोर्ट देने की बात कही है। शनिवार 7 अक्टूबर 2023 इजरायल पर 20 मिनट अंदर करीब 5 हजार रॉकेट दागे गए। इजरायल को झकझोर देने वाला ये हमला फिलीस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने किया था। ठीक योम किप्पुर युद्ध के 50 साल 1 दिन बाद ये हमला उसी तर्ज पर किया गया। 1973 में भी इजाराइल को अरब अटैक ने सरप्राइज किया थां गजा स्ट्रिप से 5000.7000 रॉकेट दागे गए। आतंकवादियों ने इजरायली नागरिकों और सैनिकों का अपहरण कर लिया। आतंकी ज़मीन, समुद्र और हवाई रास्ते से इसराइल में दाखिल हुए और कई इसराइली कस्बों और सैन्य ठिकानों में घुसपैठ की। लेकिन ये कोई नई बात नहीं है। किस्से बहुत साल पुराने हैं।
इजरायल-हमास के बीच क्यों है विवाद
जेरूसलम, यहूदी, मुस्लिम, ईसाई तीनों के लिए महत्वपूर्ण है। यहूदियों का धार्मिक स्थल है वेस्टर्न वॉल। अल अक़्सा मस्जिद, इस्लामिक धार्मिक स्थल, ईसाइयों के मुताबिक क्रुसिफिकेशन, रेससुरेक्शन और लास्ट सपर जेरूसलम में हुआ था। वेस्टबैंक, ग़ाज़ा पट्टी के हक पर इजरायल और फिलिस्तीन के बीच विवाद। फिलिस्तीन जेरूसलम के हक के साथ पूर्ण स्वतंत्रता चाहता है। बता दें कि 1947 संयुक्त राष्ट्र के फैसले से इजरायल स्थापित हुआ। द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजियों की हार हुई तब इजरायल की मांग उठी और इजरायल बनाया गया। स्वतंत्रता की लड़ाई। यह लड़ाई 1947 से 1949 तक चली जिसमें इजरायल के खिलाफ 8 देश खड़े थे। यह युद्ध 1956 में हुआ था, जिसमें इजरायल की तरफ से ब्रिटेन और फ्रांस ने भी ये युद्ध लड़ा था। युद्ध मिस्त्र से खिलाफ लड़ा गया। मिस्र, जॉर्डन, सीरिया ने एक साथ मिलकर इजरायल पर हमला किया। 05 जून 10 तक युद्ध चला। इजरायल ने मिस्र से गज़ा पट्टी का क्षेत्र जीता। जॉर्डन से पूर्वी जेरूसलम, वेस्ट बैंक का क्षेत्र जीता। 1973 योम किप्पुर युद्ध। 1967 में हार के बाद बौखलाए सीरिया और मिस्र ने अचानक इजरायल पर हमला किया। करीब 3 हफ्तों तक युद्ध चला। इजरायल को समर्थन देने वाले देशों पर लगाया था आयल एम्बार्गो। 1987-1991 फिलिस्तीन और इजरायल के बीच तनाव बढ़ने लगा। इजरायली शासन के खिलाफ कब्जे वाले क्षेत्रों में फिलिस्तीनी विरोध प्रदर्शन, हड़ताल और नागरिक अवज्ञा के कार्यों में जुट गए।
2000-2005 फिलिस्तीन की तरफ से हमला। फिलिस्तीन की तरफ से हिंसा, सुसाइड बॉम्बिंग, मिलिट्री ऑपरेशंस बढे। हमास ने फिलिस्तीनी लेजिस्लेटिव काउंसिल का चुनाव जीतकर गाज़ा को अपने कंट्रोल में लिया। 2008-2009 ऑपरेशन, गाज़ा की तरफ से लगातार रॉकेट हमलों के चलते इजरायल ने मिलिट्री ऑपरेशन चालू किया। हमास गाज़ा के पास रह रहे इजरायलियों पर लगातार रॉकेट से हमला कर रहा था। जनवरी 2009 में दोनों की तरफ से सीजफायर का एलान हुआ। जेरूसलम में प्रोटेस्ट और तनाव के बाद 11 दिनों तक इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध जैसी स्तिथि रही। यह लड़ाई 2021 में लड़ी गई जिसमें इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीन हमास ने हमला किया। साल 2023 के 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद एक बार फिर युद्ध शुरू हुआ है। अब इजरायल ने साफ किया है कि इस बार हमास का नामों-निशां मिटा देंगे।
कौन है हमास
हमास फिलिस्तीनी आतंकी संगठन है। 1987 में हमास संगठन अस्तित्व में आया।
1993-2005 तक इजरायल पर कई आत्मघाती हमले किए। 2006 में हमास ने गाजा में तख्तापलट किया। 2007 से गाजा में शासन संभाल रहा है। हमास को ईरान से पैसा और हथियार मिलता है। वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी का प्रमुख राजनीतिक दल है। राजनीतिक विचारों में उग्रता और हिंसा। यूएस, यूके और ईयू ने आतंकी संगठन घोषित किया है।

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